नवीन चौहान.
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा सीट से चुनाव हार गए हैं। इस सीट पर कांग्रेस के भुवन चंद्र ने जीत हासिल कर ली है। उनके जोड़ीदार और कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद भी हरिद्वार ग्रामीण सीट से अपना चुनाव हार गए हैं।
पुष्कर सिंह धामी की हार के बावजूद प्रदेश में भाजपा की सरकार वापसी कर रही है। इसके लिए अब लोग कह रहे हैं कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में प्रदेश में हुए कार्यों की बदौलत ही भाजपा चुनाव जीत रही है।
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि चुनाव में जनता ने अच्छे कार्यों को तव्वजो दी है। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की योजनाओं का लाभ जनता को मिला तो उन्होंने भी भाजपा को वोट दी। हालांकि पुष्कर सिंह धामी अपनी खटीमा सीट पर जीत हासिल नहीं कर सके।
भाजपा जिस तरह से पुन: सत्ता में वापसी कर रही है उससे एक बार फिर साबित हो गया है कि पिछले 4 साल में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जो मेहनत अपने कार्यकाल में की ये उसका परिणाम है। केंद्र सरकार की योजनाओं को समय से प्रदेश में लागू कर त्रिवेंद्र सिंह ने जनता का दिल जितने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
अब जनता ये भी कह रही है कि यदि पार्टी हाईकमान त्रिवेंद्र सिंह रावत को कुर्सी से नहीं हटाती तो प्रदेश में इस बार 60 पार का नारा भाजपा पूरा करके दिखा देती। पार्टी हाईकमान को भी अब शायद यह अंदाजा हो गया है कि उनका फैसला गलत रहा। हरिद्वार में ग्रामीण सीट पर कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद ने भी हार का सामना किया है। वह भी तमाम दावों के बावजूद जीत हासिल नहीं कर सके हैं।