नवीन चौहान.
सब कुछ ठीक रहा तो आज भारत इतिहास रखने की ओर कदम बढ़ा रहा है। चंद घंटों बाद चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (एलएम) बुधवार शाम चंद्रमा की सतह पर उतरेगा। ऐसा होने पर भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा।
चंद्रयान—3 के चांद पर उतरने का सिर्फ भारतवर्ष ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया इस ऐतिहासिक पल का टकटकी लगाए इंतजार कर रही है। लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग कर सकता है।
तमिलनाडु में रामेश्वरम अग्नि तीर्थम पुजारी कल्याण संघ के पुजारी चंद्रयान -3 की सफल चंद्र लैंडिंग के लिए अग्नि तीर्थम समुद्र तट पर प्रार्थना कर रहे हैं। महाराष्ट्र में चंद्रयान-3 की सफल चंद्र लैंडिंग के लिए पुणे के श्री सिद्धिविनायक मंदिर में शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने पूजा-अर्चना की। देश के अन्य हिस्सों में भी चंद्रयान की सफलता के लिए पूजा अर्चना की जा रही है।
।SRO के पूर्व अध्यक्ष जी. माधवन नायर, हर कोई इस महान आयोजन का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। जहां तक भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का सवाल है, यह ग्रहों की खोज के लिए सबसे महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने जा रहा है… इस मिशन का चंद्रमा की कक्षा से चंद्र सतह पर उतरने के आखिरी 20 मिनट इतिहास में सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण होने जा रहे हैं।