नवीन चौहान
हरिद्वार। 15 अक्तूबर से स्कूलों को खोलने की तैयारी हो चुकी हैं, लेकिन हरिद्वार के अभिभावक कोरोना होने की आशंका के चलते हुए बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर मानसिक रुप से तैयार नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करते हुए स्कूलों को फिलहाल न खोलने की मांग उठाई है।
शहर व्यापार मंडल ज्वालापुर के अध्यक्ष विपिन गुप्ता व महामंत्री विक्की तनेजा के नेतृत्व में अभिभावकों ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन भेजा है। उन्होंने अवगत कराया है कि कोविड -19 महामारी के प्रकोप से बचाव हेतु सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी स्कूल 15 अक्तूबर से नहीं खुलने चाहिए। अध्यक्ष विपिन गुप्ता ने कहा कि अभी वर्तमान मे भी पूरा देश कोरोना महामारी से त्रस्त है। उत्तराखंड मे भी सैंकड़ों जाने कोरोना के कारण जा चुकी है। अभी भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। ऐसे में स्कूलों का खोला जाना बहुत अधिक चिंता का विषय बना हुआ है। अवगत कराया है कि स्कूलों में बच्चों द्वारा सामाजिक दूरी का पालन, मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग पूरी तरह से नहीं हो पाएगा। बच्चे और शिक्षक अलग—अलग क्षेत्रों से आते हैं। कोई ऑटो में आता है तो कुछ बसों में आते है। ऐसे में कौन बच्चा या कौन शिक्षक किससे मिलकर संक्रमित होकर स्कूल आकर कितनों को संक्रमित कर देगा, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता।
इसके अतिरिक्त इतनी बड़ी संख्या में स्कूलों को निरंतर सैनिटाइज करना, साफ सुथरे शौचालय की व्यवस्था और पीने के पानी की व्यवस्था करना, बच्चों को भोजन करने के स्थान की व्यवस्था करना किसी भी स्कूल प्रबंधन या निगम प्रशासन के लिए संभव नहीं है। इस मौके पर ओम प्रकाश विरमानी, गौरव गोयल, अनिल शर्मा, मुकेश सैनी आदि शामिल हुए।