नवीन चौहान
पति—पत्नी के तनाव और पारिवारिक क्लेश के चलते टूटती बिखरती गृहस्थी को बचाने के लिए महिला ऐच्छिक ब्यूरो की सकारात्मक मुहिम जारी है। महिला ऐच्छिक ब्यूरों की टीम पारिवारिक तनाव से जूझ रहे दंपति के जीवन में दोबारा खुशियां बिखेरने का कार्य कर रहा है। शुक्रवार को तीन परिवारों के दंपतियों की अलग—अलग काउंसलिंग करने के बाद उनके बीच की दूरियों को कम करने का प्रयास किया गया। जिसके बाद सभी तीनों जोड़ों ने अपनी गृहस्थी को पुन: बसाने की दिशा में विचार करने के लिए ब्यूरों के सदस्यों से वक्त लिया है।
शुक्रवार को महिला ऐच्छिक ब्यूरों की अध्यक्ष सुधा अबुदई कृष्णराज एस के नेतृत्व में पुलिस लाइन रोशनाबाद में मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमें उपाध्यक्ष एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, एएसपी व क्षेत्राधिकारी नगर डॉ विशाखा भदाणे, ऐच्छिक ब्यूरों के सदस्य डॉ अरूण कुमार, संगीता भारद्वाज,मधु भदौरिया व रहमान सती की टीम ने तीन पारिवारिक जोड़ों की समस्याओं को सुना। ऐच्छिक ब्यूरों ने दंपतियों से उनके बीच होने वाले तनाव के कारण को पूछा और उस तनाव को दूर करने के उपाय बताए। गृहस्थी में परिवार को एक सूत्र में पिरोने का मंत्र देते हुए ऐच्छिक ब्यूरों ने परिवार में सामंजस्य बनाने के तरीके भी बताए। ऐच्छिक ब्यूरों ने तीनों दंपतियों को बताया कि गृहस्थी टूटने के बाद जीवन में अनेक प्रकार की परेशानियां उत्पन्न होती है। इस तनाव के कारण नौबत तलाक पर पहुंचती है और बच्चों का जीवन संकट में पड़ जाता है। तलाक के बाद पति—पत्नी दोनों का ही जीवन सहज नहीं रह पाता। ऐसे में आपसी तालमेल और मधुरता से वैचारिक मतभेद दूर हो सकते है। ऐच्छिक ब्यूरों की सलाह को तीनों दंपतियों ने सराहा और आपसी गलतफहमियों को दूर करने के लिए वक्त देने की गुजारिश की।