हरिद्वार। रायवाला के जंगलों से सटे ग्रामों एवं रिहायशी काॅलोनियों में काफी अर्से से नरभक्षी गुलदार का आतंक समाप्त हुआ। वन विभाग की टीम ने बड़ी मशक्कत के साथ गुलदार को पिंजरे में कैद किया। रायवाला क्षेत्र के लोग में गुलदार के भय के कारण लोग अपने मकानों से बाहर निकलने से भी डर भय में अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे। वन विभाग की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। नरभक्षी गुलदार ने शौच के लिए जा रहे एक युवक पर हमला कर दिया था जिसमें उसकी मौत हो गई थी। युवक का शव जंगलों में मिलने से रायवाला क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। नरभक्षी गुलदार कई बार रिहायशी काॅलोनीयों में अपना आतंक जमा चुका था। पूर्व में भी गुलदार द्वारा ट्रक चालक को अपना निशाना बनाया था। गुलदार के भय के कारण रायवाला क्षेत्र में भय का माहौल बना हुआ था वन विभाग की टीम ने कई बार गुलदार को पकड़ने के लिए संयुक्त रूप से अभियान चलाये लेकिन काफी समय से सफलता नहीं मिल रही थी। गुलदार को वन विभाग के द्वारा नरभक्षी घोषित कर दिया गया था। वन विभाग की टीम ने जंगलों में लोहे का पिंजरा लगाकर गुलदार को पकड़ने में सफलता हासिल की। गुलदार को पकड़कर रेस्क्यू सेन्टर भेज दिया गया। वन विभाग का दावा है कि यह वही गुलदार है जिसने युवक की जान ली थी। आखिरकार वन विभाग की टीम भी गुलदार को पकड़ने से राहत भरी सांस ले रही है। रायवाला क्षेत्र के जंगलों से सटी काॅलोनियां एवं रायवाला मार्ग पर आये दिन जंगली जानवरों का प्रवेश हो जाता है। कई बार जंगली हाथियों के झुण्ड रेलवे ट्रैक एवं रिहायशी काॅलोनियों में प्रवेश कर जाते हैं कई बार लोगों को जंगली जानवरों द्वारा नुकसान भी पहुंचाया जा चुका है। रिहायशी काॅलोनियों में जंगली जानवरों के प्रवेश के कारण लोग में भय का माहौल बन जाता है। विशेषकर जंगली हाथी एवं गुलदार से लोग डर जाते हैं क्योंकि दोनों ही जानवर मनुष्य पर हमला कर देते हैं। कई घटनायें जंगली जानवरों द्वारा की जा चुकी है।