हरिद्वार.
सोमवती अमावस्य और बैसाखी को मात्र एक दिन बचा है। लोग हरिद्वार में जमा होने लग गये हैं। इधर कुम्भ मेला प्रशासन भी मुस्तैद है। कुम्भ क्षेत्र की चारों सीमाओं पर पहरा बढा दिया गया है। पुलिस, अद्धसैनिक बल आदि सुरक्षकर्मी अपनी अपनी जगह तैनात है। यातायात व्यवस्था भी चारों दिशाओं से चाक चौबन्द है।
ज्ञात हो कि कुम्भ के आयोजन के लिए उत्तराखण्ड परिवहन निगम ने बसों की संख्या अतिरिक्त बढ़ा दी है। आगामी 12, 13, 14 अप्रैल को बसों के बेड़े में अतिरक्ति बसें चलाई जायेंगी, जो ऋषिकेश, रूड़की, मसूरी व देहरादून से चलायी जायेगी ताकि कुम्भ नहाने को आने-जाने वालों को कोई समस्या न हो। परिवहन निगम के प्रबन्धक ने बताया कि बेड़े में बढाई गई बसों के संचालन के लिए अतिरिक्त जांच और सुरक्षा कर्मियों को नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि जब जब कुम्भ के दौरान स्नान की तिथियां होंगी, तब तब अतिरिक्त यातायात सुविधा मुहैया करवाई जायेगी।
इसके अलावा पुलिस विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी सेवाओं का समय बढा दिया है, 24 घण्टे विभाग के कर्मी लोगों की सेवा में दिखाई देंगे। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि पुलिसकर्मियों के अलावा प्रत्येक जिलो से पीआरडी के जवान भी कुम्भ क्षेत्र में तैनात किये गये है। कुम्भ क्षेत्र में सेवाऐं दे रहे स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का कहना है कि कुम्भ क्षेत्र में प्रवेश के दौरान नागरिको को कोविड की जांच करवानी होगी। इसके लिए वे व्यवस्थित सुविधा दे रहे है।
देहरादून के विकासनगर से कुम्भ में आ रहे श्रद्धालु बचन सिंह का कहना है कि उन्होने नेपाली फार्म में लगे कोविड कैम्प में जांच करवाई है। स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा बहुत ही व्यवस्थित रूप से जांच की जा रही है। दिल्ली से हरकी पैड़ी पहुंची बर्षा सिंह ने बताया कि जैसे उन्होने नारसन पार किया, वहां उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनकी न कि सिर्फ कोविड जांच की बल्कि उन्हें नैतिक सहयोग भी दिया है। बताया कि श्रद्धालुओं को गलत-सलत जानकारी दी जा रही है कि कुम्भ में प्रवेश करना कठिन है। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। उनका सुझाव है कि कोविड जांच प्रत्येक नागरिक को करवानी चाहिए।