DAV सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने ली धरा के संरक्षण की प्रतिज्ञा




नवीन चौहान.
पृथ्वी दिवस पर डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने धरा को संरक्षण करने की प्रतिज्ञा ली। स्कूल के प्रधानाचार्य मनोज कुमार कपिल ने बच्चों को प्रकृति के संरक्षण के प्रति जागरूक किया और कहा कि हमें न केवल स्वयं जागरूक होना है बल्कि दूसरों को भी जागरूक करना है।

प्रतिवर्ष, 22 अप्रैल को विश्व भर के लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने और पृथ्वी संरक्षण हेतु ‘पृथ्वी दिवस’ मनाया जाता है। औद्योगिकरण के बाद से हमारी पृथ्वी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। विश्वभर में हो रहे विभिन्न विकास कार्यों ने प्रकृति को भारी क्षति पहुंचाई है। विकास की अंधी दौड़ के चलते प्राकृतिक असंतुलन से पृथ्वी को जो क्षति पहुँची उसके कारण इस दिवस को मनाने की आवश्यकता पड़ी। भावी पीढ़ी को जागरूक किए बिना इस प्राकृतिक असंतुलन से कभी पार नहीं पाया जा सकता।

इसी कड़ी में आज डीएवी सेंटनरी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य मनोज कुमार कपिल के निर्देशन में हुई सुबह की प्रार्थना सभा में बच्चों के साथ-साथ सभी शिक्षकों ने भी धरा संरक्षण की प्रतिज्ञा ली। वर्ष 2024 में पृथ्वी दिवस की थीम प्लेनेट वर्सेस प्लास्टिक है। इस थीम का उद्देश्य सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को समाप्त करने के लिए जल्द से जल्द इसके विकल्प की तलाश है। विद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की शाखा UH-52467  ने जागरूकता शिविर का आयोजन किया। सभी स्वयंसेवियों ने नुक्कड़ नाटक का मंचन करते हुए विद्यालय के सभी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों से अपील की कि प्लास्टिक का उपयोग न करें, प्लास्टिक के सामान को नदियों में न बहाएं, पहाड़ों पर कूड़ा करकट न फेंके।

पृथ्वी दिवस के विशेष आयोजन के माध्यम से सभी को यह अवबोध हुआ कि वास्तव में  मानव यदि अपना जीवन स्वस्थ और आयु दीर्घ चाहता है तो उसके लिए सर्वप्रथम पृथ्वी संरक्षण तथा सर्वत्र हरितिमा का होना अत्यावश्यक है। सभी विद्यार्थियों ने अपने-अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभाने का संकल्प लिया।

कक्षा 1 से 10 के विद्यार्थियों के लिए विभिन्न कलात्मक व ज्ञानवर्धक गतिविधियों का कक्षास्तरीय आयोजन किया गया—

  • कक्षा प्रथम व द्वितीय के नन्हें-मुन्हें विद्यार्थियों के लिए पृथ्वी दिवस के अवसर पर धरती को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए प्रेरित कर प्रतिज्ञा दिलवाई गई। विद्यार्थियों को यह भी बताया गया कि यदि हम अपने शरीर को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो हमारे चारों तरफ हरियाली होना अत्यावश्यक है।
  • कक्षा तीन के विद्यार्थियों के लिए ‘पोस्टर कलरिंग गतिविधि‘ का आयोजन किया गया। इस गतिविधि में छात्र-छात्राओं ने सुन्दर रंगों का प्रयोग करते हुए हरितिमा फैलाने के लिए सभी को प्रेरित किया।
  • पृथ्वी दिवस के कार्यक्रमों की श्रृंखला में कक्षा चार के विद्यार्थियों के लिए ‘स्लोगन लेखन गतिविधि‘ आयोजित की गई। इस गतिविधि में विद्यार्थियों ने विशेष रूचि का प्रदर्शन करते हुए अनेकानेक सुन्दर व प्रेरणार्थक स्लोगन लिखे। उनके स्लोगन कलात्मक, बोधात्मक व ज्ञान स्तर को प्रदर्शित करने में समर्थ रहे।
  • कक्षा पांच के विद्यार्थियों के लिए एक रोचक गतिविधि का चयन किया गया। इस गतिविधि को ‘क्राउन मेकिंग विद स्लोगन‘ का नाम दिया गया। विद्यार्थियों ने इस गतिविधि में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। इस गतिविधि के माध्यम से विद्यार्थियों की सृजनात्मक क्षमता भी परिलक्षित हुई।
  • कक्षा छठी हेतु ‘रिस्ट बैंड मैकिंग‘ गतिविधि का आयोजन किया गया। इस गतिविधि में छात्र-छात्राओं ने रिस्ट बैंड बनाकर तथा उसमें स्लोगन लिखकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति सभी को जागृत किया।
  • कक्षा सात के विद्यार्थियों ने ‘स्लोगन लेखन गतिविधि‘ के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया कि वर्तमान में जो प्रदूषण निरन्तर फैल रहा है उससे पर्यावरण की क्षति के साथ-साथ मानव शरीर में भी रोगों की संख्या बढ़ने से शारीरिक क्षति भी हो रही है।
  • कक्षा आठवीं, नवीं तथा दसवीं के विद्यार्थियों के लिए ‘पोस्टर मेकिंग गतिविधि‘ का अद्वितीय आयोजन अत्यधिक रूचिकर रहा। इस गतिविधि के अन्तर्गत विद्यार्थियों ने पृथ्वी बचाओ, जीवन बचाओ का नारा सार्थक करने का प्रयास किया।


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