हरिद्वार में डग्गामार वाहनों से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ा,बिगड़ सकते है हालात




नवीन चौहान
हरिद्वार में कोरोना संक्रमण के फैलने का सबसे बड़ा कारण यूपी के संक्रमित इलाकों से आने वाली जनता है। जो डग्गामार वाहनों में खचाखच भरकर बेरोकटोक हरिद्वार की ओर आवाजाही कर रही है। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए नारसन बार्डर क्रास कर रहे डग्गामार वाहनों की कोई चेकिंग नही हो रही है। जिसके चलते हरिद्वार में तेजी से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने का अंदेशा है। आने वाले दिनों में हरिद्वार के ग्रामीण इलाकों के हालात बेहद भयावय हो सकते है। जिसका अंदाजा लगाना और स्थिति को संभाल पाना जिला प्रशासन के लिए बेहद मुश्किल होगा। हालांकि जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण काल की अभी ​तक की स्थिति को बहुत ही नियंत्ररण में रखा। लेकिन फिलहाल जिला प्रशासन की तमाम मेहनत पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है। वही दूसरी ओर पुलिस प्रशासन के सोये होने के कारण भी डग्गामार वाहनों की गतिविधियां बेरोकटोक संचालित हो रही है। डग्गामार वाहनों के संचालन के पीछे नारसन बार्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों की मिलीभगत की भी सूचनाएं मिल रही है। फिलहाल जिला प्रशासन को सजगता के साथ इन डग्गामार वाहनों की आवाजाही पर अंकुश लगाना होगा। तभी हालात को बिगड़ने से रोका जा सकता है।
बताते चले कि कोरोना संक्रमण काल में हरिद्वार जिला प्रशासन ने जिलाधिकारी सी रविशंकर के निर्देशों का अनुपालन करते हुए बेहतरीन कार्य किया। जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए महती भूमिका अदा की। प्रशासन के साथ पुलिस ने भी कदमताल किया और समन्वय बनाकर कोरोना संक्रमण को हरिद्वार में फैलने से रोका। हरिद्वार की जनता की तमाम समस्याओं का निस्तारण किया। जनता को लॉक डाउन अवधि में घरों में तमाम सुविधाओं को पहुंचाया। जिसका नतीजा ये रहा कि हरिद्वार में कोरोना का संक्रमण कोई ज्यादा प्रभावी नही रहा। लेकिन अनलॉक—4 के लगते ही हालात बदल गए। लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति लापरवाही बरतनी शुरू कर दी। हद तो तब हो गई जब डग्गामार वाहनों ने खचाखच सवारियों को भरकर हरिद्वार लाना ले जाना शुरू कर दिया। इन वाहनों में सोशल डिस्टेंसिंग का कोई ध्यान नही रखा जा रहा है। जिला प्रशासन को जनहित को ध्यान में रखते हुए गंभीरता से कदम उठाने की जरूरत है। ताकि आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमण के खतरे को कम किया जा सके।
पुलिस को दिखाने के लिए मास्क
ग्रामीण इलाकों की जनता मास्क को लेकर संजीदा नही है। जनता सिर्फ पुलिस को दिखाने के लिए कपड़े से मुंह ढक रही है। अथवा मास्क का उपयोग कर रही है। भारत के संविधान ने भारतीय जनता को स्वतंत्रता से जीने की पूरी आजादी दी है। लेकिन फिलहाल ये कोरोना संक्रमण काल है। इस महामारी से खुद ही अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा करनी होगी। इसलिए मास्क का उपयोग पुलिस के डर से नही अपनी सुरक्षा के लिए लगाइये।



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