नवीन चौहान.
उत्तराखंड के गांधी कहे जाने वाले इंद्रमणि बडोनी जी की जयंती को लोक संस्कृति दिवस के रूप में डीएवी जगजीतपुर हरिद्वार के प्रागंण में अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इंद्रमणि बडोनी जी उत्तराखंड राज्य के आंदोलन के प्रमुख प्रणेता भी रहे हैं।
प्रधानाचार्य मनोज कपिल के द्वारा इंद्रमणि बडोनी जी के चित्र पर माल्यार्पण श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। पर्यवेक्षिका कुसुम बाला त्यागी तथा पर्यवेक्षिका हेमलता पांडे ने भी माल्यार्पण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। तत्पश्चात प्रधानाचार्य मनोज कपिल ने इंद्रमणि बडोनी जी के विचारों पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम का आरंभ विद्यार्थियों ने गढ़वाली तथा हिंदी भाषा के सम्मिश्रण से किया।
कक्षा सातवीं के विद्यार्थियों ने अपनी कविता के माध्यम से उत्तराखंड के गाँधी के जीवन की झांकी प्रस्तुत की। कक्षा चार, पांच एवं कक्षा छह की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत गढ़वाली नृत्य ने सबका दिल जीत लिया। कक्षा छठी एवं सातवीं के छात्र-छात्राओं द्वारा रैंप वॉक प्रस्तुत किया गया जिस पर सभी के पैर थिरक उठे। उत्तराखंड के लोक गीत को सुनकर सभी मंत्रमुग्ध थे।
छात्र-छात्राओं ने अपने गीत के माध्यम से उत्तराखंड के तेरह जिलों की सैर करवाई तो लगा मानो वास्तविकता में ही सभी पहाड़ों की सुंदर वादियों में भ्रमण कर रहे हों। उत्तराखंड की लोक संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए लोक संस्कृति दिवस का यह कार्यक्रम उत्तराखंड की संस्कृति का परिचायक रहा।
कार्यक्रम के संयोजक मनमोहन बिंजोला ने उत्तराखंड की संस्कृति की महत्वपूर्ण बारीकियों को कार्यक्रम में संजोया। प्रधानाचार्य मनोज कपिल जी ने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम की सराहना करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। सुधा पांडेय के द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।