धूम सिंह मैमोरियल पब्लिक स्कूल ने अपना दूसरा वार्षिकोत्सव बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया। स्कूली बच्चों ने शानदार रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक अंबरीष कुमार ने सभी विद्यार्थियों को श्रेष्ठ नागरिक बनकर भारत का नाम विश्व पटल पर गौरवांवित करने का आशीर्वाद दिया। उन्होंने मानव जीवन का सर्वागीण विकास शिक्षा से ही संभव है। शिक्षित बच्चा ही एक सभ्य समाज का निर्माण कर सकता है। उन्होंने बच्चों को कुरीतियों से दूर रहकर शिक्षा ग्रहण करने और खेलकूद प्रतियोगिताओं में मेडल अर्जित करने के लिए प्रेरित किया।
शनिवार को धूम सिंह मैमोरियल पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व विधायक अंबरीष कुमार, खंड शिक्षाधिकारी अजय चौधरी, स्कूल के संस्थापक मैनेजर क्षेत्रपाल सिंह चौहान व चैयरमेन मुकुल चौहान ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्कूली बच्चों ने मां सरस्वती की पूजा अर्चना करते हुए एक प्रस्तुति दी।
सभी बच्चों को प्रशस्ति पत्र व पारितोषित प्रदान किया गया। इसके बाद बच्चों ने गढवाली नृत्य पर उत्तराखंड स्ंस्कृति की झलक और राजस्थानी नृत्य पर राजस्थानी नृत्य पेश पर भारत की अनेकता में एकता की झलक पेश की। नर्सरी के छोटे—छोटे बच्चों ने फिल्मी गीत पर डांस कर सबका मन मोह लिया। स्कूल के सभी बच्चों ने अपने नृत्य, संगीत की कला का खूब प्रदर्शन किया। स्कूली बच्चों को अपना आर्शीवचन देते हुए खंड शिक्षाधिकारी अजय चौधरी ने कहा कि स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम बच्चों की प्रतिभा और क्षमता को निखारने के लिए होते है। मंच पर प्रस्तुत आपके नृत्य आपकी कला का प्रतिनिधित्व कर रहे है।
स्कूल बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास करते है। इस कसौटी पर धूम सिंह स्कूल पूरी तरह से खरा उतरता है। स्कूल के चैयरमेन मुकुल चौहान ने कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों, अभिभावकों का दिल से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि स्कूल का मुख्य उददेश्य बच्चों को शिक्षित कर एक बेहतर नागरिक बनाने का प्रयास है। गांव के परिवेश के ये तमाम बच्चे आज शिक्षित होकर विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि स्कूल विद्यार्थियों का है। विद्यार्थियों के लिए ही इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी स्कूल के शिक्षक—शिक्षिकाओं व समस्त स्टाफ का भी आभार ज्ञापित किया। प्रधानाचार्य साधना भाटिया ने बच्चों को आशीर्वाद दिया।