विजय सक्सेना.
हरिद्वार पुलिस और एसओजी की टीम ने हिन्दुस्तान लीवर में हुई काजल चोरी की घटना का खुलासा कर दिया है। इस घटना का खुलासा करने में सबसे अधिक महत्वपूर्ण भूमिका एसओजी में तैनात कांस्टेबल विवेक यादव का रहा।
बताया जा रहा है कि कांस्टेबल विवेक यादव को जब हिन्दुस्तान लीवर में हुई चोरी की घटना का पता चला तो उसने अपना मुखबिर तंत्र सक्रिय कर दिया। विवेक यादव के मुखबिर ने उसे जो सूचना दी उस पर विवेक यादव ने तेजी से काम करना शुरू कर दिया। उसने अपने अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस टीम मिली जानकारी के आधार पर काम करने में जुट गई।
पुलिस विभाग में विवेक यादव को एक जांबाज सिपाही के रूप में जाना जाता है। विवेक की बहादुरी और कार्य से प्रभावित होने पर उसे राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है। यही नहीं विवेक अपराधियों पर नकेल कसने के लिए हर समय मुस्तैद रहता है।
जानकारी के अनुसार विवेक यादव एक बार अपहरणकर्ताओं तक से भिड़ गया था। बदमाशों द्वारा किये गए हमले में एक बार वह चाकू लगने से गंभीर रूप से घायल भी हो गया था। लेकिन विवेक यादव ने अपने फर्ज के आगे कभी हिम्मत नहीं हारी।
हिन्दुस्तान यूनिलीवर कंपनी में हुई चोरी के मामले में विवेक यादव को जब पता चला कि इसमें कंपनी के ही कर्मचारी का हाथ है तो वह उसकी तलाश में जुट गया। इसी दौरान जांच में विकास नाम के कर्मचारी का नाम सामने आया। विकास पर शक पुख्ता होने पर पुलिस उसकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गई लेकिन वह फरार हो गया।
जानकारी मिली है कि विकास दो तीन दिन पहले भी कंपनी में काम कर रहा था, कंपनी प्रबंधन को भी इस बात की भनक तक नहीं लगी कि मास्टर माइंड विकास ही है। अब इस बात का भी शक हो रहा है कि कंपनी में पूर्व में हुई चोरी की घटना में भी विकास का हाथ हो सकता है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही अन्य अभियुक्तों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।