नवीन चौहान.
हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में एक अवैध धार्मिक स्थल को गिराने के दौरान भड़की हिंसा के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। उपद्रवियों को देखते ही गोी मारने के आदेश दिये गए हैं। मौके पर केंद्रीय बलों की अतिरिक्त कंपनियां भेजी जा रही है।
उत्तराखंड का हल्द्वानी आज उपद्रवियों द्वारा किये गए पथराव और आगजनी में जल उठा। कहीं वाहनों में आग लगी थी तो कहीं पर टायर जलाकर आग को भड़काया जा रहा था। शुरू में तो मौके पर मौजूद पुलिस और अधिकारी भी कुछ नहीं समझ पाए लेकिन जब तक बात उनके समझ में आई तब तक देर हो चुकी थी और उपद्रवी पुलिस और मौके पर मौजूद नगर निगम की टीम पर हावी हो चुके थे।
उपद्रवियों को काबू में करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा, बात नहीं बनी तो आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। इस दौरान कुछ उपद्रवी पुलिस थाने की ओर पहुंच गए और वहां भी आगजनी का प्रयास किया। पथराव में कई पुलिस वाले घायल हो गए। इस घटना के बाद प्रदेश के आला अधिकारी भी अलर्ट हो गए। इस मामले में देर शाम सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हाइलेवल की मीटिंग बुला ली। डीजीपी अभिनव कुमार भी इस मीटिंग में शामिल हुए और वर्तमान हालात से निपटने और उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर रणनीति तय की गई।
इस बात की भी जांच करायी जा रही है कि कार्रवाई के दौरान कमी किस स्तर पर रही। इतनी बढ़ी संख्या में पथराव हुआ इसका इनपुट पहले से क्यों नहीं था। फिलहाल स्थानीय प्रशासन ने बिगड़ते हालात को देखते हुए सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड पर कर दिया है। जनपद के आला अधिकारी मौके पर पहुंच कर पूरे हालात पर नजर रखे हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हलद्वानी हिंसा को लेकर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया, कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में, प्रशासन की एक टीम कोर्ट के आदेश के बाद अतिक्रमण विरोधी अभियान के लिए गई थी वहां असामाजिक तत्वों ने पुलिस के साथ विवाद किया कुछ पुलिस कर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों को चोटें आईं। पुलिस और केंद्रीय बलों की अतिरिक्त कंपनियां वहां भेजी जा रही हैं हमने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। कर्फ्यू लगा हुआ है आगजनी करने वाले दंगाइयों और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।