हरिद्वार कुंभ में बदल जाएगी सदियों पुरानी कहावत, अब मेले में नहीं बिछड़ेगा बचपन




नवीन चौहान.
हरिद्वार महाकुंभ 2021 में इस बार सदियों पुरानी एक कहावत बदल जाएगी। या यूं कहिए कि अब मेले में कोई भी बच्चा या बुजुर्ग अपनों से नहीं बिछड़ेगा। यदि वह मेले में बिछड़ा तो पुलिस और स्वंयसेवक उसे तुरंत उसके परिजनों से मिला देंगे। ऐसा होने से कुंभ मेले में बच्चे और बुजुर्गों के बिछड़ने का सिलसिला बंद हो जाएगा।
बच्चे और बुजुर्गों के बिछड़ने की इस कहावत को बदलने के लिए मित्र पुलिस ने व्यापक स्तर पर तैयारी की है। कुंभ मेला पुलिस ने महफूज सुरक्षित बचपन संस्थान के सहयोग से बच्चे और बुजुर्गों को एक पर्ची देने की तैयारी की है। कुंभ मेले में हरिद्वार पहुंचने वाले बच्चे और बुजुर्गों की जेब में एक पर्ची रखी जाएगी। इस पर्ची में उनका नाम पता मोबाइल नंबर और तमाम पहचान पत्र संबंधी जानकारी होगी। हरिद्वार पहुंचते ही सीमाओं पर यह पर्ची उनकी जेब में रख दी जाएगी। जिसके बाद कुंभ मेले की भीड़ में अगर वह कहीं जुदा भी हो जाते हैं तो पुलिस उनके परिजनों तक आसानी से पहुंचा देगी। हालांकि इस मुहिम को पूरा करने के लिए पुलिस को अथक प्रयास करने होंगे। पुलिस को उनके फोटो और तमाम जानकारियों को एकत्रित करना होगा। माना जा रहा है कि हरिद्वार पहुंचने वाले लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ में भी यह पर्ची बिछुड़ां को मिलाने में कारगर साबित होगी।

आईजी संजय गुंज्याल के मुताबिक इस बार कुंभ मेले में पुलिस की ओर से काफी नए कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें यात्रियों की सुरक्षा से लेकर उनकी निगरानी तक के कदम शामिल हैं। इसी क्रम में मेले में बिछुड़ने वाले लोगों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए भी कई योजनाओं पर काम किया जाएगा। इनमें बुर्जुग और बच्चां के बिछुड़ने पर उन्हें उनके परिजनों से मिलाने का सराहनीय कदम भी उठाया जाएगा, इसके लिए ही यह पर्ची सिस्टम लागू किया जाएगा।



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