नवीन चौहान
हरिद्वार पुलिस दरवाजा पीट रही है। जनता के घर—घर पहुंच रही है। मकान मालिकों से उनके किरायेदारों की जानकारी जुटा रही है। किरायेदारों का सत्यापन कर रही है। जी हां जनता की सुरक्षा के लिए पुलिस ही सजग है। जबकि जनता किरायेदारों को कमरा देने के बाद मस्त है। पुलिस इस जिम्मेदारी का संजीदगी से निर्वहन कर रही है। आखिरकार जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस पर ही तो है। तो पुलिस को ही दरवाजा पीटने आना होगा। हरिद्वार के मकाल मालिकों की लापरवाही का यह हाल तो तब है जब संदिग्ध कई वारदात को अंजाम देकर फरार हो चुके है। जिसके बाद पुलिस इन संदिग्धों की तलाश में जुटी रही।
अपने प्रतिष्ठान मकान अथवा दुकान पर किरायेदार रखने से पहले पुलिस सत्यापन करना जरूरी होता है। ताकि आप अपने यहां रखने वाले किसी भी व्यक्ति की वास्तविकता से परिचित हो सके। सत्यापन कराना मकान मालिकों की खुद की सुरक्षा के लिए है। लेकिन सत्यापन कराने के मामले में जनता की जनता की लापरवाही अक्सर सामने आती रही है। पुलिस ऐसे मकान मालिकों के चालान भी करती है। लेकिन इसके बाबजूद जनता सबक नहीं लेती।
हरिद्वार में कुंभ पर्व का आयोजन की तैयारियां जोरो पर है। कुंभ पर्व में कारोबार को संचालित करने के लिए बाहरी राज्यों से लोग हरिद्वार आकर ठहरते है। इन लोगों के सत्यापन के लिए एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने निर्देशित किया है। निर्देशों के अनुपालन में नगर कोतवाली पुलिस, ज्वालापुर कोतवाली पुलिस, रानीपुर कोतवाली पुलिस और कनखल पुलिस के अलावा रूड़की क्षेत्रों की पुलिस सत्यापन अभियान को तेजी से करने में जुटी है। ऐसे में अगर आपके यहां कोई किरायेदार है तो आप भी जल्दी सत्यापन कराकर पुलिस के कार्य में सहयोग करें।