जिलाधिकारी सी रविशंकर ने अपनी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से हरिद्वार को बचाया




नवीन चौहान
हरिद्वार के ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ जिलाधिकारी सी रविशंकर ने अपनी दूरदर्शिता से जनपद को कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से बचा लिया। लेकिन प्रवासी नागरिकों के आगमन के बाद से लगातार बढ़ रही कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या उनकी परेशानी का सबब बनती जा रही है। इसके अलावा प्रवासी नागरिकों को रोजगार दिलाना और हरिद्वार की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाकर रखने और राजस्व की बढोत्तरी करने की दोहरी चुनौती का भी वह सामना कर रहे है। फिलहाल जिलाधिकारी का पूरा फोकस हरिद्वारवासियों को संक्रमण से बचाकर रखने और बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में जुटे है। इस कार्य को वह बखूवी अंजाम दे रहे है।
करीब चार माह पूर्व हरिद्वार जनपद के जिलाधिकारी की कुर्सी पर काबिज हुए ईमानदार आईएएस अफसर सी रविशंकर शिक्षा, चिकित्सा और जनपद का सर्वागीण विकास करने का विजन लेकर हरिद्वार पहुंचे थे। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की समीक्षा बैठक में अपने इरादे भी जाहिर कर दिए। लेकिन इसी दौरान भारत को अपनी चपेट में लेने वाले कोरोना वायरस ने जिलाधिकारी सी रविशंकर के विजन को पूरी तरह बदल दिया। उन्होंने भी अपनी पूरी ताकत हरिद्वारवासियों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित बचाने में लगा दी। बेहद ही तत्परता के साथ जि​लाधिकारी सी रविशंकर ने एक सृदृढ़ कार्ययोजना तैयार करके जिम्मेदार अधिकारियों को उनकी कार्यशैली के अनुरूप कार्य में जुटा दिया। वही लॉक डाउन का सख्ती से अनुपालन कराया। केंद्र सरकार की गाइड लाइन का अक्षरश: पालन कराया। कोरोना संक्रमण काल के लॉक डाउन अवधि में गरीबों को भोजन,राशन, चिकित्सा सुविधा और तमाम जरूरों की पूर्ति की गई। 24 घंटे जनता की सेवा में तत्पर रहकर एक कुशल प्रशासिक अफसर की जिम्मेदारी का निर्वहन किया। मीडिया की ओर से दी गई तमाम अव्यवस्थाओं की जानकारी का संज्ञान लिया और उन समस्याओं को दूर करने में सकारात्मक पहल की। 24 मार्च 2020 से अभी तक पूरी सक्रियता के साथ जिलाधिकारी सी रविशंकर कोरोना संक्रमण से जनता को बचाने में जुटे है। ​कोरोना संक्रमण काल की विपरीत परिस्थिति में उन्होंने हरिद्वारवासियों के लिए कई बेहतर कार्य किए। जनता उनकी शालीनता की कायल है। हालांकि जिलाधिकारी सी ​रविशंकर की चुनौतियां बरकरार है। कोरोना संक्रमण और लॉक डाउन के चलते बिगड़ी अर्थव्यवस्था के बीच हरिद्वार की कानून व्यवस्था को भी बेहतर बनाकर रखना है। खनन माफियाओं पर शिकंजा कसते हुए अवैध खनन की रोकथाम करनी है। वही लॉक डाउन में बेरोजगार हुए युवाओं के लिए रोजगार के बेहतर विकल्प तैयार करने है।वही कोरोना काल में डीएम ने अपनी दूरदर्शिता से जनता को संक्रमण से तो बचाकर रखा। लेकिन अब प्रवासी नागरिकों के आगमन के बाद इस संक्रमण की चपेट में आने से जनता को सुरक्षित बचाकर रखना भी एक चुनौती है।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *