नवीन चौहान, हरिद्वार। सिंचाई विभाग के एक कर्मचारी की अवैध वसूली से आजिज रेहडी पटरी वाले दुकानदार परेशान है। कर्मचारी आये दिन रेहडी पर आकर अवैध वसूली करता है। नहर किनारे लगी इन दुकानदारो का सामन उठाकर ले जाता है। मूंगफली वाले या फल विक्रेता सभी से अवैध वसूली की जाती है। रेहडी वालों को नहर किनारे से हटाने की धमकी देता है। कर्मचारी की इस हरकत से परेशान रेहडी वाले मजबूरी में शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते है।
धर्मनगरी में नहर पटरी पर रेहडी लगाकर छोटे दुकानदार अपना जीवन यापन करते है। रेहडी वालों ने फल, मूंगफली, चाय बिस्कुट की दुकाने सजाई हुई है। बाहरी राज्यों से आने वाले लोग हाइवे पर वाहनों को खडा कर रेहडी वालों से सामान खरीदते है। जिससे रेहडी वालों की गुजर बसर होती है। इन ही रेहडी वालो की कमाई पर सिंचाई विभाग के कर्मचारी ने अपनी नजर तिरछी की हुई है। आये दिन वो कर्मचारी इन गरीब दुकानदारों से अवैध वसूली करता है। पांच सौ रूपया प्रतिमाह की वसूली करता है। इसके अलावा गरीबों की रेहडी पर रखे सामान को बिना भुगतान किये ले जाता है। कभी फल तो कभी मूंगफली , नमकीन बिस्कुट और तमाम सामान मुफत में ले जाता है। अवैध वसूली का ये सिलसिला कई सालों से चल रहा है। पेट की आग बुझाने की खातिर रेहडी लगाने वाले ये दुकानदार चुप है। सिंचाई विभाग के इस कर्मचारी से सभी दुकानदार आजिज आ चुके है। पर रेहडी हटाने के डर से मुंह खोलने को तैयार नहीं है। एक दुकानदार ने बताया ये कर्मचारी कई सालों से अवैध वसूली कर रहा है। जिसकी कोई रसीद उनको नहीं दी जाती है।