पेटीएम की केवाईसी करने के नाम पर लोगों को लगाया लाखों का चूना, तीन गिरफ्तार




सोनी चौहान
देहरादून पुलिस ने तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। पेटीएम की केवाईसी करने के नाम पर लोगों को लाखों का चुना लगा चुके है। फर्जी आईडी का प्रयोग करके सिम खरीद का घटना को अन्जाम देते थे। एसएसपी अरुण मोहन जोशी के निर्देश पर देहरादून से गई विशेष टीम ने झारखंड, बंगाल, दिल्ली और अन्य राज्यों में संयुक्त रूप से कार्रवाई की और इन आरोपियों की गिरफ्तारी की।
19 फरवरी 2020 को टीना गुप्ता पुत्री अजय कुमार गुप्ता निवासी मकान नं0: 02, तिरूपति एन्क्लेव, शक्तिविहार, सहस्त्रधारा रोड देहरादून ने थाना रायपुर में लिखित तहरीर दी। पीडिता ने बताया कि 18 फरवरी 2020 को उनके पास एक व्यक्ति ने काॅल किया था और खुद को पेटीएम कम्पनी का नुमाइन्दा बताया और पेटीएम की केवाईसी करवाने के लिए एक साफ्टवेयर इन्स्टाल करने के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी तथा उसके पश्चात उक्त व्यक्ति द्वारा उनके एकाउण्ट व डेबिट कार्ड की जानकारी प्राप्त करते हुए उनके खाते से लगभग 04 लाख 45 हजार रूपये निकाल लिये। पीड़ित की शिकायत पर थाना रायपुर ने मुकदमा दर्ज कर लिया। और मामले की छानबीन करने लगी।
देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने पुलिस उपमहानिरीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को निर्देशित किया और एक डैडीकेटेड कोर टीम का गठन किया। डीआईजी ने निर्देश दिये कि प्रत्येक दशा में इस प्रकार के संगठित अपराधों में लिप्त व्यक्तियों कि गिरफ्तारी जल्द से जल्द की जायें। टीम ने पीडिता द्वारा उपलब्ध कराये गये नम्बरों के सम्बन्ध में सर्विलांस के माध्यम से जानकारी प्राप्त की। तो उक्त नम्बरों की अन्तिम लोकेशन झारखण्ड के जमतारा जिले में होनी ज्ञात हुई। परन्तु उनकी आई0डी0 जनपद 24 परगना पश्चिमी बंगाल की पायी गयी। इसी दौरान सर्विलांस टीम को अभियुक्तों द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे कुछ फर्जी पेटीएम वॉलेट की जानकारी प्राप्त हुई। जिनकी आईडी का लखनऊ तथा दिल्ली की होना ज्ञात हुआ। जिस पर गठित पुलिस टीम को तत्काल अलग-अलग झारखण्ड, पश्चिमी बंगाल, दिल्ली तथा लखनऊ के लिये रवाना किया गया तथा सर्विलांस के माध्यम से उक्त नम्बरों पर लगातार सतर्क दृष्टि रखी गयी। उक्त अलग-अलग टीमों द्वारा सभी सम्भावित स्थानों पर स्थानीय पुलिस से समन्वय स्थापित करते हुए इस प्रकार के अपराधों में लिप्त पूर्व अपराधियों के सम्बंध में जानकारी एकत्रित की गयी तथा उक्त सिमों की आईडी से प्राप्त पतों पर दबिश देकर तस्दीक किया गया। सर्विलांस टीम को उक्त अभियुक्तों द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे एक नये नम्बर की जानकारी प्राप्त हुई, जो शरीद पुत्र चिराउद्दीन निवासी ग्राम बदिया थाना करौं जनपद देवघर झारखण्ड के नाम पर रजिस्टर्ड होना ज्ञात हुआ। जिस पर झारखण्ड रवाना हुई पुलिस टीम द्वारा तुरन्त देवघर पहुंचकर उक्त पते के सम्बन्ध में गोपनीय रूप से जानकारी प्राप्त की गयी। पुलिस टीम को स्थानीय मुखबिर के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि शरीद नाम का उक्त व्यक्ति अपने दो अन्य साथियों के साथ बदिया में ही मौजूद है। तथा कहीं जाने की फिराक में है, जिस पर पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की निशानदेही पर शरीद को उसके दो अन्य साथियों तनवीर आलम तथा नबुवत अन्सारी के साथ बदिया से गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से ठगी में इस्तेमाल किये गये मोबाइल फोन, सिमकार्ड तथा नकदी बरामद हुई। तीनों आरोपियो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

गिरफ्तार आरोपियो का नाम
शरीद अन्सारी पुत्र सिराउद्दीन निवासी ग्राम बदिया थाना करौं, जनपद देवघर, झारखण्ड, उम्र 28 वर्ष, तनवीर आलम पुत्र इतरूद्दीन, निवासी उपरोक्त, उम्र 19 वर्ष, नबुवत अन्सारी पुत्र स्व0 इस्माइल, निवासी उपरोक्त, उम्र 25 वर्ष।

बरामदगी का विवरण
मोबाइल फोन 09, सिमकार्ड 27(इस्तेमाल किये हुए), 20 नये सिमकार्ड, नकद धनराशी रू0 53,050/-

पुलिस टीम
निरीक्षक देवेन्द्र सिंह चौहान, उपनिरीक्षक सुरेन्द्र राणा थाना रायपुर, उपनिरीक्षक नीरज त्यागी, थाना राजपुर, उपनिरीक्षक प्रवीण सैनी थाना प्रेमनगर, आशीष एसओजी, ललित एसओजी, महेश उनियाल थाना रायपुर, पोपीन पुलिस लाइन देहरादून, विनोद, अरूण, राजीव थाना पटेलनगर।



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