नवीन चौहान,
पैंटागन की वाइन शॉप पर छापेमारी करने गए एसडीएम अंशुल सिंह और जिला आबकारी अधिकारी को ताला लटका मिला। जब आबकारी विभाग के कर्मचारी ने फोन करने के वाइन शॉप के मालिक को बुलाया और ताला खुलवाया तो प्रशासन भौचक्का रह गया। शराब की दुकान के अंदर अंधेरा था। वाइन शॉप की बिजली काट दी गई थी।
जानकारी करने पर पता चला कि उसका बिजली बिल बकाया है। जिसके बाद जिला प्रशासन की टीम ने अंधेरे में ही निरीक्षण की कार्रवाई शुरू कर दी। स्टॉक रजिस्टर से वाइन शॉप के भीतर रखे माल का मिलान करना शुरू किया।
कोरोना संक्रमण के बाद से कुछ ऐसे ही हालात बन गए है। कारोबारियों का बुरा हाल है। अर्थव्यवस्था सभी की चरमरा गई है। पैंटागन माल स्थित वाइन शॉप का बिजली बिल बकाया हो तो उसकी आर्थिक स्थिति का अंदाजा सहजता से लगाया जा सकता है।
पैंटागन माल में वाइन शॉप खोलने में अपने आप में ही बड़ी बात है। सामान्य व्यक्ति तो कारोबार शुरू करने की सोच भी नहीं सकता। कोरोना के बाद से पैंटागन में कमोवेश सभी दुकानदारों की हालत बेहद खराब है। उनके कारोबार में 60 फीसदी से अधिक की गिरावट है।
बिजली का बिल जमा न करने पर वाइन शॉप की भी बिजली काट दी जाए तो अर्थव्यवस्था पर सवाल उठता है। देश के सामान्य नागरिकों का जीवन और उनकी गुजर बसर किस तरह हो रही होगी। पैंटागन माल में कार्य करने वाले कई कर्मचारियों की छंटनी तक कर दी गई।
शनिवार का दिन है और दुकानदर खाली बैठे है। कास्मेटिक्स की दुकान चलाने वाली काजल ने बताया कि रविवार को कुछ कारोबार में रौनक दिखाई देगी। सप्ताह भर तो खाली बैठना पड़ता है। महज सात हजार की नौकरी करने वाली काजल को अपनी नौकरी पर खतरा मंडराता नजर आ रहा है। उसको लगता है कि मालिक नौकरी से निकाल देगा या फिर दुकान बंद कर दी जाएगी।