पूर्व विधायक अंबरीष की हत्या नहीं, सुभाष सैनी था टारगेट, शूटर का खुलासा, जानिये पूरी खबर




नवीन चौहान
वेस्ट यूपी के कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा के शार्प शूटर शाहरूख और मुजाहिद के निशाने पर प्रोपर्टी डीलर सुभाष सैनी था। लेकिन विक्की ठाकुर ने गलत व्यक्ति की पहचान करा दी। जिससे कंबल कारोबारी अमित उर्फ गोल्डी की हत्या हो गई। अमित की हत्या होने का अफसोस संजीव उर्फ जीवा भाई को भी है। हरिद्वार के किसी पूर्व विधायक और किसी दूसरे व्यक्ति की हत्या करने का कोई इरादा नहीं है। हरिद्वार का कोई विधायक संजीव जीवा भाई के निशाने पर नहीं है। हरिद्वार में संजीव भाई का टारगेट सुभाष सैनी है। सुभाष को पुलिस ने सुरक्षा प्रदान कर बचा रखा है।
उत्तराखंड एसटीएफ ने अमित उर्फ गोल्डी की हत्या करने वाले शूटर 50 हजार के इनामी बदमाश शाहरूख को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में शाहरूख ने अमित मर्डर केस की सच्चाई का खुलासा किया। आरोपी शूटर शाहरूख ने बताया कि पूर्व विधायक व हरिद्वार का कोई दुसरा व्यक्ति उनके निशाने पर नहीं है। उनको किसी विधायक की कोई हत्या नहीं करनी थी। उनका तो एक मात्र निशाना प्रोपर्टी डीलर सुभाष सैनी पर था। संजीव जीवा ने उसको बताया था कि सुभाष सैनी से उसका जमीन को लेकर विवाद है। लेकिन विक्की ठाकुर ने गलत व्यक्ति की पहचान करा दी। जिसके कारण अमित उर्फ गोल्डी की हत्या हो गई। इस हत्या का उसको भी बहुत दुख है तथा संजीव भाई को भी दुख है। शाहरूख ने बताया कि बाइक पर बैठकर मर्डर करने के बाद वह बस से बैठकर रूडकी चला गया। रूडकी से देहरादून और उसके बाद लखनउ निकल गया। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने आरोपी शाहरूख से पूछताछ की। पूर्व विधायक की हत्या किये जाने वाली बात को तस्दीक किया। लेकिन शाहरूख की पूछताछ में ये तमाम बातें साफ हो गई कि पूर्व विधायक की कोई हत्या नहीं की जानी है। और ना ही कोई पूर्व विधायक संजीव जीवा के निशाने पर है। फिर इस बात को किसने हवा दी ये सवाल अभी भी हवा में तैर रहा है। पूर्व विधायक अंबरीष कुमार ने भी पुलिस के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि मेरा राजनैतिक जीवन साफ रहा है। किसी से कोई रंजिश नहीं है।
छोटी हाइट और एक्टिवा बन गई मौत की वजह
छोटी हाइट सिर पर कम बाल और सफेद रंग की एक्टिवा वाहन सुभाष सैनी की पहचान बताई गई थी। लेकिन अमित उर्फ गोल्डी के सिर पर कम बाल और सफेद रंग की एक्टिवा वाहन की उसकी मौत की वजह बन गया। शाहरूख ने बताया कि विक्की ठाकुर ने गलत आदमी की पहचान सुभाष सैनी की कर दी। जिसके चलते गलती से अमित की हत्या हो गई।
पेंचीदा केस को पुलिस ने सुलझाया
अमित उर्फ गोल्डी मर्डर केस में पुलिस ने सभी छह अपराधियों को जेल भेज दिया है। इसी के साथ सबसे ज्यादा पेंचीदा समझे जाना वाला केस पुलिस ने पूरी तरह हल कर लिया है। मर्डर केस से जुडी सभी परतों को तार-तार कर पूर्व विधायक की हत्या से जुडी अफवाहों पर भी वीराम लगा दिया है।
6 मार्च को नगर कोतवाली क्षेत्र में कंबल कारोबारी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थीं। पुलिस विवेचना में जब इस हत्याकांड की तफ्तीश की गई तो पुलिस पशोपेश में पड गई। अमित की किसी से रंजिश नहीं थी। तमाम एंगल को पकड कर विवेचना की गई तो पुलिस और उलझती चली गई। आखिरकर तत्कालीन कोतवाली निरीक्षक अनिल जोशी ने अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल किया और विक्की ठाकुर तक पहुंची। जब पुलिस ने अमित मर्डर का खुलासा किया तो अमित के गलत मर्डर की चौकाने वाली बात निकल सामने आई। पुलिस की जांच को संदेह की नजर से देखा जाने लगा। लेकिन विवेचक अनिल जोशी ने संजीव जीवा को वारंट पर नगर कोतवाली लाकर पूछताछ की। शूटरों के नामों को तस्दीक किया। प्रोपर्टी डीलर सुभाष सैनी से रंजिश का पर्दाफाश किया। जिसके बाद पुलिस ने एक के बाद एक रितेश , निक्की ठाकुर और शूटर मुजाहिद को गिरफ्तार किया। मर्डर केस की तमाम कडिया मिलती चली गई। पुलिस की निष्पक्ष विवेचना सामने आने लगी। लेकिन एक शूटर शाहरूख पुलिस की पकड से दूर रहा। एसटीएफ ने शाहरूख को गिरफ्तार कर सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।



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