नवीन चौहान
वेस्ट यूपी के कुख्यात बदमाशों का हरिद्वार के कारोबारियों से रंगदारी वसूले जाने का सिलसिला जारी है। बदमाशों के गुर्गे कारोबारियों से चौथ वसूली कर रहे है। लेकिन खामोश कारोबारियों के कदम पुलिस तक पहुंचने से ठिठक रहे है। पुलिस अपने गोपनीय सूत्रों के आधार पर जानकारी जुटाकर बदमाशों के मंसूबों को विफल करने का प्रयास कर रही है। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस के सख्त निर्देशों पर कुख्यात बदमाश के तीन गुर्गो को ज्वालापुर पुलिस ने रंगदारी वसूलने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। हालांकि इस गिरफ्तारी के बाद से बदमाशों के गुर्गो में पुलिस का खौफ तो दिखाई दिया लेकिन रंगदारी की वसूली बदस्तूर जारी है। पुलिस महकमे को एक बार फिर कारोबारियों की सुरक्षा के लिए मजबूत खूफिया तंत्र के आधार पर बदमाशों के तिलिस्म को तोड़ना होगा। ताकि कारोबारी भयमुक्त समाज में रहकर अपना कारोबार कर सकें।
बताते चले कि वेस्ट यूपी के कुख्यात बदमाशों के निशाने पर हरिद्वार हमेशा से रहा है। अर्थव्यवस्था के नजरिए से हरिद्वार में कारोबार बहुत तेजी से रफ्तार पकड़ता है। हरिद्वार में प्रोपर्टी, खनन, पर्यटन और सिडकुल की स्थापना के बाद से औद्योगिक क्षेत्र ने अर्थव्यवस्था का ग्राफ तेजी से ऊपर की ओर बढ़ाया है। इसके अलावा हरिद्वार में अवैध कारोबारों की भी भरमार हुई है। मादक पदार्थो की तस्करी का भी एक बड़ा मार्केट हरिद्वार बना हुआ है। इसी के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदमाशों की नजर हरिद्वार के कारोबारियों पर लगी रहती है। कुख्यात बदमाश सुनील राठी, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा के गुर्गो की करतूत वक्त—वक्त पर सामने आती रहती है। बीते दिनों इन दोनों बदमाशों ने प्रॉपर्टी विवादों में दखल देकर भी लोगों में दहशत का माहौल पैदा किया था। जेल से धमकी भरे फोन कर कारोबारियों की नींद उड़ाई। लेकिन हरिद्वार के तत्कालीन एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने इन दोनों बदमाशों के मंसूबों को पूरा नही होने दिया। उन्होंने दोनों बदमाशों पर पूरी नजर बनाकर रखी। सुनील राटी की मां को रंगदारी के मामले में जेल तक भेज दिया। वही संजीव जीवा और सुनील राठी पर कड़ा शिंकजा कसा गया। पुलिस की सख्ती के चलते इनके गुर्गे साइलेंट मोड में आ गए। लेकिन एक बार इन बदमाशों के गुर्गे अपनी खाल से बाहर निकल गए है। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस हरिद्वार के कारोबारियों को जल्द ही इन बदमाशों से निजात दिलायेंगे।