patanjali में योग फार हेल्थ थै​रेपी विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन




नवीन चौहान
देश और दुनिया में योग की अलख जगा रहे पतंजलि योगपीठ के सौजन्य से पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन के तत्वावधान में योग फार हेल्थ एण्ड थैरेपी विषय पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। पतंजलि आयुर्वेद भवन में इस सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए स्वामी रामदेव महाराज ने कहा कि योग एक वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति, जीवन पद्धति एवं साधना पद्धति है। योग पूर्ण एवं तथ्य आधरित थैरेपी है। योग आत्मोपचार से लेकर आत्म साक्षात्कार की प्रक्रिया है। योग व्यक्तिगत स्वास्थ्य, शान्ति एवं प्रसन्नता से लेकर विश्व स्वास्थ्य, विश्व शान्ति व प्रसन्नता का एक ऐसा साधन है जिससे गरीब,अमीर, सभी मत-पंथ-सम्प्रदाय एवं सभी विश्ववासी समान रूप से लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बीमारी, बुराइयों एवं बुरी आदतों से मुक्त होकर शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य एवं आत्मबोध का यह एकमात्र साधन ही योग है। परमेश्वर एवं प्रकृति ने बीज रूप में हमें जो दिव्य ज्ञान, संवेदना एवं सामर्थ्य दिया है, उसको जगाने का तथा बीज रूप में हमारे भीतर निहित अशुभ को पूरी तरह निरस्त करने या निर्बीज करने का सामर्थ्य भी योग में है।
स्वामी रामदेव ने कहा कि जीवन का प्रत्येक कर्म जो विवेक, सहजता, प्रसन्नता एवं एकाग्रतापूर्वक किया जाए, सब योग के अन्तर्गत समाहित है। उन्होंने योग के सन्दर्भ में कुछ महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं की ओर संकेत करते हुए कहा कि अष्टांग योग (राजयोग) ज्ञानयोग, कर्मयोग, भक्तियोग, हठयोग एवं अन्य सभी प्रकार के योग की विधाएँ योग के ही घटक हैं। ये भिन्न मार्ग नहीं अपितु सब मिलकर ही योग को पूर्णता प्रदान करते हैं।
पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन की डायरेक्टर डॉ. शरली टेल्लस ने कहा कि स्वामी रामदेव महाराज ने योग को जन-जन तक पहुँचाया है। पहले योग के विषय में लगता था कि यह कुछ विशिष्ट लोगों के लिए ही है, किन्तु अब यह धरणा बदली है। स्वामी रामदेव के नेतृत्व में योग के प्रति एक जागरूकता आई है तथा जनसामान्य भी योग को अपने लिए अति आवश्यक मान रहा है।
सम्मेलन में हार्वर्ड मैडिकल स्कूल, बॉस्टन (यू.एस.ए) के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सतबीर खालसा ने ‘योग का स्ट्रेस मेनेजमेंट पर प्रभाव’ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि तनाव से मुक्ति का एकमात्र उपाय योग में ही निहित है। डॉ. खालसा ने देश-विदेश में योग के प्रचार-प्रसार हेतु किए जा रहे स्वामी रामदेव के प्रयासों की सराहना की।
एम्स हॉस्पिटल, नई दिल्ली के प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉ.एस.सी. मनचंदा ने कहा कि स्वामी रामदेव के प्रयासों से जनसामान्य योग के सकारात्मक प्रभावों से लाभान्वित हो रहा है। स्वामी रामदेव महाराज के निरंतर पुरुषार्थ के फलस्वरूप योग जनसामान्य की पहुँच तक आ सका है। उन्होंने कहा कि योग के प्रति स्वामी रामदेव का समर्पण निश्चित ही सराहनीय है।
उद्घाटन अवसर पर स्वामी रामदेव महाराज, डॉ. सतबीर खालसा, डॉ.एससी. मनचंदा तथा डॉ.शरली टेल्लस ने ‘योग फॉर हैल्थ एण्ड थैरेपी‘ विषय पर एक हैण्डबुक लोकार्पित की। कार्यक्रम का संचालन डॉ.सचिन शर्मा व रामकुमार गुप्ता ने किया। सम्मेलन में पतंजलि रिसर्च पफाउंडेशन के प्रभात मिश्रा, अंकुर त्यागी तथा कुमार गंधर्व आदि का विशेष योगदान रहा। उद्घाटन सत्र में सभी वक्ताओं के साथ डॉ.जयदीप आर्य, मुख्य केन्द्रीय प्रभारी-पतंजलि योग समिति की विशेष उपस्थिति रही।
सम्मेलन में देश-विदेश के प्रसिद्ध वक्ता- डॉ.सतबीर खालसा, हार्वर्ड मेडिकल स्कूल-बॉस्टन,यू.एस.ए. डॉ.एस.सी. मनचंदा, कार्डियोलॉजिस्ट-एम्स हॉस्पिटल, नई दिल्ली डॉ.रीमा दादा, एम्स, नई दिल्ली डॉ.कैमिला फैरेरा, यू.एन.आई.टी., ब्राजील डॉ. तुंग वीर सिंह आर्य, एल.एल.आर.एम. कॉलेज, मेरठ डॉ. मृत्युंजय, जे.एस.एस. अकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एण्ड रिसर्च, मैसूर डॉ. एस.आर. नरहरि, डायरेक्टर, इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड डर्मेटोलॉजी, श्रीवरम वरमबल्ली, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एण्ड न्यूरो साइंस, बैंगलो डॉ. जयश्री आचार्य, डीन, नेशनल स्पोर्टस यूनिवर्सिटी, इम्फाल, मणिपुर आदि योग के व्यापक प्रभाव पर आधरित व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे।



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