पीएम मोदी ने 3 मई तक बढ़ाया लॉक डाउन और देशवासियों को सात नियम




नवीन चौहान
कोरोना संक्रमण की महामारी से जूझ रहे भारतवासियों को सुरक्षित बचाने का संकल्प लेकर प्लानिंग कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर 3 मई तक के लिए लॉक डाउन बढ़ाने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। देशवासियों की तपस्या, त्याग की वजह से भारत अब तक,
कोरोना से होने वाले नुकसान को काफी हद तक टालने में सफल रहा है। उन्होंने कहा कि आपको बहुत दिक्कते आई हैं। किसी को खाने की परेशानी, किसी को आने-जाने की परेशानी, कोई घर-परिवार से दूर है,लेकिन आप देश की खातिर,एक अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं। हमारे संविधान में जिस We the People of India की शक्ति की बात कही गई है,वो यही तो है। उन्होंने बाबा साहेब डॉक्टर भीम राव आंबेडकर की जन्म जयंती पर,
हम भारत के लोगों की तरफ से अपनी सामूहिक शक्ति का ये प्रदर्शन और ये संकल्प ही सच्ची श्रद्धांजलि है। लॉकडाउन के इस समय में देश के लोग जिस तरह नियमों का पालन कर रहे हैं,
जितने संयम से अपने घरों में रहकर त्योहार मना रहे हैं, वो बहुत प्रशंसनीय हैं। आज पूरे विश्व में कोरोना वैश्विक महामारी की जो स्थिति है,आप उसे भली-भांति जानते हैं। यही अन्य देशों के मुकाबले, भारत ने कैसे अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए, आप इसके सहभागी भी रहे हैं और साक्षी भी जब हमारे यहां कोरोना के सिर्फ 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का एक बड़ा कदम उठा लिया था। भारत ने, समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी, उसे, तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का प्रयास किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई,बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। आपकी तपस्या,आपके त्याग की वजह से भारत अब तक,कोरोना से होने वाले नुकसान को काफी हद तक टालने में सफल रहा है
दूसरे देश की तुलना में भारत में कोरोना का मामला नियंत्रित है। भारत ने holistic approach न अपनाई होती, integrated approach न अपनाई होती, तेज फैसले न लिए होते तो आज भारत की स्थिति कुछ और होती। लेकिन बीते दिनों के अनुभवों से ये साफ है कि हमने जो रास्ता चुना है, वो सही है अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो अभी ये मंहगा जरूर लगता है लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे, इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती। सीमित संसाधनों के बीच, हमारे भारत जिस मार्ग पर चला है, उस मार्ग की चर्चा आज दुनिया भर में हो रही है। सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का लाभ देश को मिला है, आर्थिक नुकसान हुआ है,लेकिन भारतीयों की जिंदगी के आगे इसकी कोई तुलना नहीं है। इन सब प्रयासों के बीच,
कोरोना जिस तरह फैल रहा है, उसने विश्व भर में हेल्थ एक्सपर्ट्स और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया है। भारत में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब आगे कैसे बढ़े,
इसे लेकर मैंने राज्यों के साथ निरंतर बात की है। सभी का यही सुझाव है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए। कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं। साथियों, सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए ये तय किया गया है कि भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा। सभी का यही सुझाव है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए।
कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं।
मेरी सभी देशवासियों से ये प्रार्थना है कि अब कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है। स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता है तो ये हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए। इसलिए हमें Hotspots को लेकर बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी।जिन स्थानों के Hotspot में बदलने की आशंका है उस पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी। नए Hotspots का बनना, हमारे परिश्रम और हमारी तपस्या को और चुनौती देगा। अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी।20 अप्रैल तक हर कस्बे,हर थाने,हर जिले,हर राज्य को परखा जाएगा, वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है,उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है,ये देखा जाएगाइसलिए, न खुद कोई लापरवाही करनी है और न ही किसी और को लापरवाही करने देना है। कल इस बारे में सरकार की तरफ से एक विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी। जो रोज कमाते हैं,रोज की कमाई से अपनी जरूरतें पूरी करते हैं,वो मेरा परिवार हैं। मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में एक,इनके जीवन में आई मुश्किल को कम करना है अब नई गाइडलइंस बनाते समय भी उनके हितों का पूरा ध्यान रखा गया है। इस समय रबी फसल की कटाई का काम भी जारी है। केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर, प्रयास कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो
हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। जहां जनवरी में हमारे पास कोरोना की जांच के लिए सिर्फ एक लैब थी, वहीं अब 220 से अधिक लैब्स में टेस्टिंग का काम हो रहा है। भारत में आज हम एक लाख से अधिक Beds की व्यवस्था कर चुके हैं। इतना ही नहीं,600 से भी अधिक ऐसे अस्पताल हैं, जो सिर्फ कोविड के इलाज के लिए काम कर रहे हैं।इन सुविधाओं को और तेजी से बढ़ाया जा रहा है। हम धैर्य बनाकर रखेंगे,नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे। इसी विश्वास के साथ अंत में,
मोदी ने 7 बातों में मांगा साथ
पहली बात- अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें- विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें Extra Care करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है:
दूसरी बात-— लॉकडाउन और Social Distancing की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें,
घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें
तीसरी बात- अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी,काढ़ा,इनका निरंतर सेवन करें
चौथी बात- कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल App जरूर डाउनलोड करें। दूसरों को भी इस App को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें
पांचवी बात-जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें
छठी बात- आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें,किसी को नौकरी से न निकालें
सातवीं बात-देश के कोरोना योद्धाओं,हमारे डॉक्टर- नर्सेस,सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें
पूरी निष्ठा के साथ 3 मई तक लॉकडाउन के नियमों का पालन करें,
जहां हैं,वहां रहें,सुरक्षित रहें।

वयं राष्ट्रे जागृयाम”,
हम सभी राष्ट्र को जीवंत और जागृत बनाए रखेंगे



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