नवीन चौहान
देश में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। इस दौरान पीएम मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद दिखे। बैठक में कोरोना संकट के उपजे मौजूदा स्थिति, विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए चलाए जा रहे राहत कार्यों के साथ-साथ तबलीगी जमात के लोगों के विभिन्न राज्यों में जाने से उत्पन्न खतरे पर भी चर्चा होने की बात सामने आ रही है।
देश के अंदर लॉकडाउन होने के बाद मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह पहली बैठक है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 मार्च को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी। उसके दो दिन बाद 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाया गया था। उस समय प्रधानमंत्री ने कोरोना के वैश्विक खतरे के प्रति मुख्यमंत्रियों को आगाह करते हुए पूरे देश को एकजुट होकर इसका सामना करने की जरूरत पर जोर दिया था।
लॉक डाउन के बाद राज्यों में पलायन की समस्या आ रही है। प्रवासी मजदूर अपने अपने घरों को लौट रहे हैं। लेकिन लॉक डाउन के चलते उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि सरकार बार बार जनता को भरोसा दिला रही है कि किसी को भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। सरकार सबके लिए भोजन की व्यवस्था कर रही है। लेकिन लोग इसके बावजूद भी पैदल ही अपने घरों तक पहुंच जाना चाहते हैं।