नवीन चौहान , हरिद्वार। पैंसा कमाने की चाहत में एक कलयुगी बहन ने अपनी ही सगी बहन की नाबालिग बेटी को 50 हजार में बेच दिया। पीडि़ता अपनी बेटी की तलाश में डेढ़ साल तक भटकती रही। आरोपी के चंगुल से जान बचाकर आई पीडि़ता ने अपने जीवन में घटित दुखद कहानी मां को बताई। मां की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हैं। घटना नगर कोतवाली क्षेत्र की है।
करीब डेढ़ साल पूर्व हरिद्वार से एक नाबालिग किशोरी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। पीडि़ता गरीब होने के चलते अपने स्तर पर ही बेटी की तलाश करती रही। लेकिन लापता बेटी का कोई सुराग नहीं लग पाया। मामले में नया मोड़ तब आया जब 4 दिसंबर को अचानक लापता बेटी अपनी मां के पास पहुंची। बरामद बेटी ने सनसनीखेज बात अपनी मां को बताई। बेटी ने बताया कि मौसी गुड्डी उसे अपने साथ ले गई। मौसी ने हरियाणा सोलदा निवासी राजेश की मदद से एक युवक मंजीत निवासी डासा बार्डर हरियाणा को 50 हजार में उसे बेच दिया। वह मंजीत के कब्जे में रही। वहां से किसी तरह जान बचाकर भाग निकली है। बेटी की दर्दभरी कहानी सुनने के बाद पीडि़ता की मां ने तत्काल एसपी सिटी ममता वोहरा से मिली। एसपी सिटी के निर्देशों पर नगर कोतवाली प्रभारी नवीन चंद्र सेमवाल ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। नगर कोतवाली प्रभारी नवीन चंद्र सेमवाल ने बताया कि आरोपी मौसी गुड्डी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस तलाश में जुटी है।