नवीन चौहान
आईपीएस अजय सिंह की गिनती तेज तर्रार और काबिल पुलिस अफसरों में की जाती है। उनको चुनौतियों का सामना करने ही आदत है। बदमाशों को सलाखों के पीछे पहुंचाना उनका ध्येय रहता है। ऐसे ही यूकेएसएसएससी द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई अनियमितताओं में त्वरित कार्रवाई कर एक के बाद एक अपराधियों को जेल भेजने का सिलसिला शुरू किया। वह सिलसिला अभी भी जारी है। ऐसे में उनकी इस कर्तव्यनिष्ठा पर पुलिय मुख्यालय की ओर से मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक देने की घोषणा हुई है। निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जा रही इस विवेचना में परत दर परत बदमाशों की कुंडली खुल रही है। लेकिन एसएसपी अजय सिंह को मिलने वाला पुरस्कार जरूर उनका मनोबल बढ़ायेगा।
बता दे कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश यूकेएसएसएससी द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय की जांच शुरू हुई थी। जिसके बाद मुकदमा दर्ज हुआ। एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह के निर्देशों पर एसटीएफ की टीम ने विवेचना शुरू की। जिसके बाद कई रसूकदार जेल की सलाखों के पीछे है। इसी मुकदमे में त्वरित एवं निष्पक्ष कार्यवाही करने के लिए अजय सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ व उनकी टीम के सदस्यों उपनिरीक्षक- दिलवर सिंह, नरोत्तम बिष्ट, उमेश कुमार, विपिन बहुगुणा को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से स्वतंत्रता दिवस 2022 के अवसर पर विशिष्ट कार्य के लिए मा. मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक प्रदान किये जाने की घोषणा की गयी है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रहे है। जिसके फलस्वरूप उक्त प्रकरण में अनियमितताओं की शिकायत मिलने पर उनके द्वारा तत्काल अभियोग पंजीकृत कर त्वरित एवं निष्पक्ष कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए थे। जिस पर पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड महोदय ने अभियोग की जांच एसटीएफ को सौंपी।