दीपक चौहान
हरिद्वार के तीन निजी कॉलेजों में छात्र—छात्राएं नकल करते हुए रंगेहाथों पकड़े गए। उदन दस्ते के मुताबिक कक्ष निरीक्षक ही सामूहिक नकल कराने में पूरी तरह व्यस्त पाए गए। परीक्षा नियंत्रक प्रो डॉ वीपी श्रीवास्तव ने परीक्षा केंद्रों को निरस्त करने की खानापूर्ति करके इतिश्री कर ली। नकलचियों को दबोचने वाली उदनदस्ते की पीठ थपथपाना तो बनता है कि उन्होंने अपने कर्तव्य को ईमानदारी से निभाया। जबकि
विश्वविद्वालय प्रशासन की निष्ठा सवालों के घेरे में आ गई है। जिसने नकल कराने वाले कॉलेजों पर विधिक कार्यवाही क्यो नही की गई।
यह पूरा प्रकरण श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय बादशाहीथौल टिहरी से मान्यता प्राप्त निजी कॉलेजों से जुड़ा है।
विदित हो कि श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय बादशाहीथौल टिहरी से द्वारा संचालित सत्र -2023-2024 के सेमेस्टर / मुख्य परीक्षा के सफल संचालन हेतु नामित उड़नदस्ता दल ने हरिद्वार जनपद के विभिन्न दिवसों में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर अनवरत औचक निरीक्षण किया गया। नक़ल विहीन परीक्षा संपन्न करवाने हेतु उड़नदस्ता दल ने सघन निरीक्षण के दौरान निजी कॉलेजों में छापेमारी की गई। जहां पाया गया कि विभिन्न संस्थानों में सामूहिक रूप से मौखिक नक़ल करवाई जा रही है। वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर परीक्षा कक्ष में एक समान ही है। विभिन्न महाविद्यालयों में दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों को भी मौखिक रूप से लिखवाया जा रहा है। इन्ही औचक निरीक्षण के क्रम हरिद्वार जनपद उड़नदस्ता दल ने APEX Institute भगवानपुर , हरिश्चन्द्र रामकली महाविद्यालय लक्सर और City Degree College में कक्ष निरीक्षकों के देख रेख में सामूहिक नक़ल करवाते हुए पाया गया। तदुपरान्त नक़ल में संलिप्त छात्रों को अनुचित साधन (पर्ची, चीट, किताब, गाइड, मोबाइल) प्रयोग करने के कारण उनका यूएफ़एम किया गया।