काजल राजपूत
प्रेमिका का चुंबन लेने पर हंगामा हो गया। लोगों ने हंगामा कर दिया। मौके पर पुलिस पहुंची तो पांच लोगों का शांतिभंग में चालान कर दिया। पूरा मामला जगजीतपुर के एक फार्म हाउस का है। जहां दिन ढलते ही दारू की महफिल सजने लगती है। शराब और कबाब का तड़का लगता है। फार्म हाउस के चर्चे दूर—दूर तक फैले है। कानून की धज्जियां उड़ी तो जगजीतपुर पुलिस चौकी ने भी कानूनी नोटिस तामील करा दिया। लेकिन सभ्य समाज के रसूकदारों की महफिल में चुंबल लेने का विवाद पुलिस की तहलीज पर पहुंचा तो अब जिला प्रशासन की आंखे खुलना भी जरूरी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नशा मुक्त अभियान की धज्जियां कनखल क्षेत्र में सबसे ज्यादा उड़ती है। जगजीतपुर पुलिस चौकी में सबासे ज्यादा झगड़े के मामले स्मैक पीने के बाद होते है। पुलिस भी इन झगड़ों से तंग आ चुकी है। पुलिस शांतिभंग का चालान तक सीमित रह जाती है। लेकिन वही दूसरी ओर से एक फार्म हाउस ने तो बहुत ही कम समय में बड़ा नाम कमाया है।
इस फार्म हाउस में शराबियों की महफिल जमती है। रसूकदारों के खाने पीने की तमाम व्यवस्था उपलब्ध है। वेज और नानवेज की थालियों के साथ प्रेमी—प्रेमिकाओं की जोड़ी बैठती है। बीती रात तो एक प्रेमी ने भरी महफिल में प्रेमिका का चुंबन ले लिया। जिसके बाद हंगामा हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस सभी को चौकी लेकर आ गई। प्रेमी फरार हो गया। प्रेमिका ने खुद को बालिग होने का हवाला दिया। पुलिस ने पांच लोगों का शांतिभंग में चालान कर कानून का अनुपालन कर दिया। लेकिन सबसे बड़ी बात कि बिना लाइसेंस के जगजीतपुर क्षेत्र में चल रहे मयखानों किसकी सरपस्ती में चल रहे है। आखिरकार इन सभी को किसका संरक्षण मिला हुआ है।
शराब के ठेके के सामने लोग गालियां देते हुए लड़खड़ाते कदमों से चहलकदमी करते हुए देखे जाते है। बहू बेटियों के साथ सड़क से निकलना मुश्किल है। जगजीतपुर के यह हालात आने वाले दिनों में एक बड़े संकट का इशारा कर रहे है।