नवीन चौहान
उत्तराखंड में कुख्यात बदमाशों के 42 गैंग सक्रिय है। जिनके 130 सदस्य विभिन्न जनपदों में आपराधिक वारदातों को अंजाम देते रहे है। पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था अशोक कुमार के निर्देशों पर प्रदेश के तमाम गैंगों की सूची और बदमाशों की वास्तविक स्थिति पर जानकारी जुटाई गई है। इसके अलावा कुछ नए गैंग भी सक्रिय हुए है।
पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने 1 नवंबर 2019 को प्रदेश के सभी जनपद की पुलिस को निर्देश दिए थे कि एक मुहिम चलाकर प्रदेश भर में प्रचलित गैंगों, वांछित अपराधियों, ईनामी अपराधियों, संगठित अपराधियों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही की जाए। महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की ग्रिडिंग करने को लेकर विशेष अभियान चलाया जाए।
इसी विशेष अभियान के अन्तर्गत 15 दिसम्बर 2019 तक की गई कार्यवाही की पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा मध्यावधिक समीक्षा की गयी। समीक्षा बैठक में पाया गया कि प्रदेश में रजिस्टर्ड 42 गैंग हैं। उक्त सक्रिय गैंगों के कुल 330 सदस्यों में से 56 सदस्यों की मृत्यु हो चुकी है, 130 सदस्य सक्रिय और 144 सदस्य शान्त हैं। 75 सदस्य वर्तमान में जेलों में हैं। शेष के विरूद्ध जांच कर विधिक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है। अभियान के दौरान कुल 07 गैंगों को डी-लिस्ट किया गया है और इनके कुल 52 सदस्यों की निगरानी बन्द की गई है। नये गैंगों को भी रजिस्टर्ड करने की कार्यवाही की जा रही है।
अभियान के अन्तर्गत इस आलोच्य अवधि में विभिन्न अभियोगों में वांछित अपराधियों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही करते हुए कुल 8390 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। 38 के विरूद्ध कुर्की की कार्यवाही की गई है और 51 पर ईनाम घोषित कर दिया गया है। शेष के विरूद्ध भी गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित करने हेतु निर्देशित किया गया है।
अभियान के अन्तर्गत इस अवधि में कुल 34 ईनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 28 पर 2,500 रूपये तक का ईनाम, 03 पर 5,000 रूपये का ईनाम और 03 पर 10,000 रूपये का ईनाम घोषित था।
वर्ष 2015 से अभी तक संगठित अपराध करने यथा- भूमाफिया, भारी मात्रा में शराब की तस्करी करने वाले, मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल अपराधियों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही की जा रही है। अभी तक 32 गैंगस्टर के अभियोगों में 99 के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही की जा चुकी है। शेष के विरूद्ध शीघ्र प्रचलित कार्यवाही को पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया है।
अभियान में प्रयास किया गया है कि प्रत्येक थाना क्षेत्र को शत-प्रतिशत सीसीटीवी कैमरों से कवर कर लिया जाए, ताकि अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण लगाया जा सके और अपराध को शॉट आउट करने में आसानी हो। अभियान के अन्तर्गत अभी तक जनसहयोग और सरकार के प्रयासों से कुल 1,207 सीसीटीवी कैमरे लगाये जा चुके हैं। शेष बचे महत्वपूर्ण स्थानों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने की प्रक्रिया प्रचलित है।
डीजी एलओ अशोक कुमार ने बताया कि इस विशेष अभियान को और अधिक सफल बनाने हेतु इसे 31 जनवरी 2020 तक चलाया जाएगा।