वाराणसी। कैंट थाना क्षेत्र में नदेसर स्थित पीडब्लूडी ऑफिस में बुधवार को चीफ इंजीनियर अम्बिका सिंह के चैंबर में एक ठेकेदार ने खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड करने वाले ठेकेदार का नाम अवधेश श्रीवास्तव था। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर एसएसपी आंनद कुलकर्णी, डीएम सुरेंद्र सिंह समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे।
इस मामले में मौके पर पहुंचे एसएसपी आंनद कुलकर्णी ने बताया कि जिस रिवाल्वर से अवधेश श्रीवास्तव द्वारा खुद को गोली मारी गयी है वह रिवाल्वर लाइसेंसी हैं। आरोप है कि ठेकेदार अपने विभाग पर बकाया पैसों का तकादा कर रहा था लेकिन उसे पेमेंट नहीं दिया जा रहा था।
वही इस बात की चर्चा रही कि अवधेश श्रीवास्तव कई दिनों से भुगतान को लेकर चक्कर लगा रहे थे। प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट डोमरी गाँव में हेलीपैड का निर्माण कार्य अवधेश श्रीवास्तव ही करवा रहे थे।इसके अलावा कई अन्य कार्यों के बकाए की बात सामने आ रही है। इस घटना के बाद लखनऊ से पहुंची जांच समिति की टीम ने अपनी जांच पड़ताल शुरू कर दी है। गुरुवार को लखनऊ से तीन सदस्यी जांच समिति की टीम सर्किट हॉउस में अन्य ठेकेदारों और अधिकारियों से मिलने पहुँची। प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नितिन रमेश गोकर्ण ने कल ही जांच समिति बना दी थी। पीडब्ल्यूडी में ठेकेदार अवधेश श्रीवास्तव आत्महत्या मामले में उनकी पत्नी प्रतिभा श्रीवास्तव की तहरीर पर कैंट थाने में सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गई है।