हर्षोल्लास से मनाया गया डीएवी हरिद्वार में 74वां गणतंत्र दिवस, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोह लिया मन




नवीन चौहान.
भारत का 74वाँ गणतन्त्र दिवस डीएवी हरिद्वार में बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया। प्रातःकालीन सभा में सर्वप्रथम ईश्वर आराधना से विद्यालय गतिविधियों का प्रारम्भ हुआ। गणतंत्र के इस शुभ अवसर पर विद्यालय में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रधानाचार्य मनोज कपिल ने आज के दिन के महत्व के बारे में विस्तार से बताया।

विद्यालय प्रधानाचार्य मनोज कुमार कपिल ने विद्यार्थियों, अध्यापकों, शिक्षणेत्तर स्टाफ एवं अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति में विद्यालय की प्राचीर पर तिरंगा फहराते हुए स्वयं को गौरवान्वित अनुभव किया। ध्वजारोहण के पश्चात मनोज कुमार कपिल ने अपने संबोधन में संविधान के लागू होने से लेकर हमारे देश की तरक्की एवं उन्नति के बारे में बच्चों को बताया।

उन्होंने बताया कि हमारा संविधान विश्व का सबसे बड़ा एवं सबसे सुदृढ़ संविधान है। डाॅ0 भीम राव अम्बेडकर एवं समिति अन्य सदस्यों की दूरदर्शिता एवं देशभक्ति के जज़्बे के कारण ही यह सम्भव हो पाया। संविधान को बनाने में समिति के सदस्यों की पूर्ण निष्ठा एवं धैर्य के साथ-साथ 2 वर्ष 11 महीने एवं 18 दिनों का समय लगा।

उन्होंने बच्चों को यह भी बताया कि आज का कार्यक्रम जो दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित किया जा रहा है उसमें ‘मेक इन इण्डिया’ को प्राथमिकता दी गई है। आज हमारा देश विश्व की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। जहां कोरोना महामारी काल में सम्पूर्ण विश्व प्रभावित हुआ और कुछ देश अभी इस से उबर नहीं पर रहे हैं, हमारा देश निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। आज हमें जी-20 देशों की अध्यक्षता करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था का 85 प्रतिशत जीडीपी इन्हीं देशों के अधिकार क्षेत्र में है, जो कि गर्व की बात है।

आज दूसरे देश जहां अनाज की कमी से जूझ रहें है, हमारा देश अनाज निर्यात करने में सक्षम है। अंतरिक्ष में गगन यान भेजने की योजना बन चुकी है, इंटरनेट, डिजिटल साक्षरता में हमारा देश प्रथम स्थान रखता है और यह सब सम्भव हो पाया है हमारे संविधान के कारण, जिसमें हमारी संस्कृति, हमारे संस्कारों के अलावा सर्वदा नया सीखने की, नियमबद्धता एवं निरन्तर प्रयासरत रहने की प्रेरणा दी गई है। आज बसन्तोत्सव भी है, इस शुभ अवसर पर कपिल ने ज्ञान की देवी माँ शारदा का वन्दन करते हुए सभी को बसमंत पंचमी की बधाई दी।

इसके बाद विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए इस राष्ट्रीय पर्व के उल्लास को और बढ़ा दिया। सर्वप्रथम कक्षा छः से कक्षा नौ के विद्यार्थियों द्वारा देश भक्ति की भावना से ओत-प्रोत सामूहिक गीत-तीन रंग से बना तिरंगा मोहक और निराला है, भारत माँ के गौरव का यह झण्डा रखवाला है, प्रस्तुत किया। इसके बाद कक्षा छः के राघव सिंह ने सुन्दर कविता ‘जाग-जाग ऐ हिन्दुस्तान, जियो-जियो ऐ हिन्दुस्तान’ प्रस्तुत की। कक्षा ग्यारह की आस्था सान्याल ने अपने भाषण में अधिकारों को अपनाते हुए कर्तव्यपरायणता की याद दिलाई। इसके बाद ‘गवाही देशभक्ति की‘ व्यंग्य नाटिका द्वारा देश में फैले राजनीतिक भ्रष्टाचार पर तंज कसे गए।

विद्यालय की वाणिज्य विभाग की प्रमुख डाॅ. मंजीत कौर ने अपने साथी शिक्षकों के साथ वाणिज्य सार संग्रह के 13वें संस्करण के विमोचन हेतु विद्यालय प्रमुख मनोज कुमार कपिल, पर्यवेक्षिका कुसुम बाला त्यागी एवं हेमलता पाण्डेय को आमंत्रित किया। 13 वर्ष पूर्व विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य पी0सी0 पुरोहित जी के निर्देशन में 26 जनवरी 2011 को वाणिज्य सार संग्रह के प्रथम संस्करण का विमोचन किया गया था, उसी परम्परा का निर्वहन प्रतिवर्ष किया जाता है। वाणिज्य विद्यार्थी देश में होने वाली वाणिज्यिक गतिविधियों को पूरे वर्ष की मेहनत से इसे तैयार करते हैं तथा इसका संग्रहण अन्य विद्यार्थियों के प्रयोग हेतु विद्यालय लाइब्रेरी में किया जाता है।

इसके बाद देश भक्ति की भावना से परिपूर्ण सामूहिक नृत्य ‘जागो-के अब तीन रंग से सजा है आसमां’ ने उपस्थितजन में जोश भर दिया। नर्मदा सदन एवं कृष्णा सदन द्वारा आयोजित इस पूरे कार्यक्रम की प्रशंसा सभी उपस्थित जनों द्वारा की गई। इस कार्यक्रम को तैयार करवाने में सोनिया त्यागी एवं रश्मि बलूनी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रश्मि बलूनी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। मिष्ठान वितरण के पश्चात् कार्यक्रम का समापन हुआ।



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