नवीन चौहान
कोरोना के चलते हुए लगे लॉकडाउन से बिगड़े हालातों में आर्थिक स्थिति से कमजोर लोगों की मद्द को हरिद्वार में सैकड़ों लोगों ने काम किया। भंडारे लगाए और राशन भी वितरण कराएं। अखाड़ा, आश्रमों की ओर से भी जरूरतमंद लोगों की मदृद की गई। धन संभ्रांत लोगों की सेवाभाव से हरिद्वार में कोई भूखा नहीं सोया। लेकिन जैसे ही लॉकडाउन में छूट शुरू हुई तो लोगों को काम मिलने लगा। इससे भंडारे और राशन वितरण का काम बंद हो गया, लेकिन हरिद्वार में आज भी एक समाजसेवी लॉकडाउन के बाद से अब तक लगातार जरूरतमंद लोगों को राशन वितरण करने का काम सुचारू रखे हुए हैं।
यह समाजसेवी है रविश भटीजा। अप्रैल महीने से लगातार जरूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं। संकल्प वेलफेयर सोसायटी के माध्यम से सेवा काम में लगे हुए हैं। रविश भटीजा ने बताया कि लॉकडाउन लगने से हजारों लोगों की फुटकर मजदूरी बंद हो गई। इससे लोगों के पास खाने के लिए राशन तक नहीं था। इनकी मजबूरी देखते हुए लोगों की मद्द करने का विचार लिया और टीम के साथ राशन किट तैयार की। उन्होंने बताया कि ऐसे लोगों की मद्द करने को उतर गए। बताया कि राशन किट में आटा, चावल, चीनी, दाल, मसाले भी देते हैं। बताया कि अप्रैल महीने से शुरू करते हुए अब तक 1800 परिवारों को राशन दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि राशन में कुछ संभ्रात लोग भी सहयोग कर रहे हैं। लेकिन अधिकांश अपने ही निजी खर्चे से दे रहा हैं। बताया कि जरूरतमंद लोगों की सेवा का काम सुचारू रहेगा। टीम में विश्रांत शर्मा, कार्तिक शर्मा, कमल नगरानी, सुमित ठाकुर, कमल पाहवा, विनोद शर्मा, आशीष कुमार, रविंद्र नेगी आदि का सहयोग मिल रहा है।
जल संरक्षण का भी कर रहे काम
समाजसेवी रविश भटीजा राशन वितरण के साथ जल संरक्षण का काम बखूबी कर रहे हैं। उन्हें जहां भी शहर में पाइप लाइन से पानी बहता मिलता है वह उस पर पाइप पर टोंटी लगाते हैं। वे टोंटी लगाने में इतने दक्ष हो चुके हैं कि उन्हें किसी मैकेनिक की जरूरत नहीं पड़ती, वे स्वयं की टोंटी लगाने का काम कर रहे हैं। उनका मिशन है कि जल बचेगा तो जीवन बचेगा।