हरिद्वार पुलिस की बड़ी उपलब्धि, लूट के दो शातिर अपराधी दबोचे




नवीन चौहान.

यूकेडी के जिला महामंत्री को पुलिस ने लूट के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपी के दूसरे साथी को भी पुलिस ने दबोच लिया है. आरोपियों के कब्जे से लूटा गया सभी सामान बरामद कर लिया गया है. ज्वालापुर कोतवाली पुलिस की बड़ी उपलब्धि है.

डॉ राजेंद्र अग्रवाल के यहां हुई लूट की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने लूट में शामिल दो बदमाशों को गिरफ्तार करते हुए लूटी गई रकम और सोने की ज्वैलरी बरामद की है। पुलिस ने बदमाशों के पास से दो लाख 94 हजार रूपये बरामद किये हैं। पुलिस के मुताबिक लूट में शामिल एक आरोपी यूकेडी का जिला महामंत्री है। पुलिस के अनुसार कर्जा चुकाने के लिए आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया।

पुलिस के मुताबिक कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र की आयुर्वेद भवन दयानन्द नगरी ज्वालापुर में दो बदमाशों ने डॉ राजेंद्र अग्रवाल के घर में घुसकर लूट की घटना को अंजाम दिया था। डॉ राजेंद्र अग्रवाल अपने घर में एक छोटा सा आयुर्वेद का क्लीनिक चलाते हैं।

घटना के दिन बदमाश मरीज बनकर घर में घुसे थे। घर में डॉ राजेंद्र अग्रवाल और उनकी बुजुर्ग पत्नी को अकेला देखकर उन्होंने लूट की घटना को अंजाम दिया।

बदमाशों ने डॉ राजेंद्र अग्रवाल की आंखों में मिर्ची डालकर उन्हें बाथरूम में बंद कर दिया था। जबकि उनकी पत्नी को बंधक बनाकर उनके घर के अंदर से जेवर और नकदी लूट ली थी।

घटना का खुलासा करने के लिए एसएसपी के निर्देश पर टीम का गठन किया गया। टीम ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चैक की। घटना के वक्त एक मोटर साइकिल का यूज किया गया था। पुलिस टीम ने मोटर साइकिल की तलाश शुरू कर दी। जिसके बाद बाइक की पहचान होने पर पुलिस ने दो संदिग्धों को गांव एक्कड़ के निकट बाइक के साथ गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में दोनों ने अपने नाम शहजाद पुत्र अशरफ निवासी अली चौक सुल्तानपुर लक्सर और राशिद अली पुत्र तसलीम उर्फ कालू निवासी निकट अली चौक, सुल्तानपुर लक्सर बताए। दोनों ने डॉ राजेंद्र अग्रवाल के यहां लूट की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की।

पुलिस के मुताबिक शहजाद ने अपने आपको यूकेडी का जिला महामंत्री होना बताया। उसने बताया कि वह डॉ राजेंद्र अग्रवाल को पहले से जानता था। वह पहले भी उनके घर घटना को अंजाम देने आया था, लेकिन उस दिन उनकी पत्नी घर में अकेली थी और डॉक्टर राजेंद्र अग्रवाल पड़ोस में ही शादी में गए हुए थे।

बताया कि घटना के दिन वह अपनी बाइक शंकर आश्रम के पास खड़ी कर पैदल ही डॉक्टर के घर पहुंचे थे। घटना को अंजाम देने के बाद वह पैदल ही वापस आए और बाइक लेकर चले गए थे।

घटना का खुलासा करने वाल पुलिस टीम में सीओ रेखा यादव, प्रभारी निरीक्षक ज्वालापुर चन्द्र चन्द्राकर नैथानी, प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट, एसएसआई नितेश शर्मा, सब इंस्पेक्टर प्रवीण रावत चौकी प्रभारी रेल, चौकी प्रभारी बाजार सब इंस्पेक्टर आनन्द मेहरा, सब इंस्पेक्टर शेख सद्दाम, सब इंस्पेक्टर रणजीत सिंह तोमर,, हैड कांस्टेबल सुंदर सिंह, कांस्टेबल प्रेम, रोहित, वीरेंद्र, गणेश तोमर, मुकेश चौहान, हरवीर, विवेक, पदम, वसीम, मनोज, अजय सिंह, नरेंद्र शामिल रहे।



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