नवीन चौहान.
शरद पवार वाली एनसीपी के नेता डॉ. जितेंद्र आव्हाड ने भगवान श्रीराम को मांसाहारी बताकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। महाराष्ट्र के शिरडी में बुधवार को एक कार्यक्रम में आव्हाड ने कहा कि भगवान राम शाकाहारी नहीं थे, वह मांसाहारी थे। उनके इस बयान पर विवाद शुरू हो गया है। भाजपा नेता राम कदम ने उनके खिलाफ पुलिस में तहरीर भी दी है।
आव्हाड ने कहा कि जो व्यक्ति 14 साल तक जंगल में रहेगा वो शाकाहारी भोजन खोजने कहां जाएगा? उन्होंने जनता से सवाल करते हुए कहा कि क्या यह सही बात है या नहीं? उन्होंने कहा, ‘कोई कुछ भी कहे, सच्चाई यह है कि हमें आजादी गांधी और नेहरू की वजह से ही मिली। यह तथ्य कि इतने बड़े स्वतंत्रता आंदोलन के नेता गांधी जी ओबीसी थे, उन्हें (आरएसएस को) स्वीकार्य नहीं है।’ उन्होंने आगे कहा कि गांधीजी की हत्या के पीछे का असली कारण जातिवाद था।
वहीं इस मामले ने राजनीतिक विवाद का रूप धारण कर लिया है। इसी मामले पर भाजपा नेता राम कदम ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है। वहीं दूसरी ओर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने भी बयान की निंदा की है। अयोध्या के परमहंस आचार्य ने भी चेतावनी दी है। राम कदम ने कहा, ‘घमंडी गठबंधन की मानसिकता साफ है कि राम भक्तों की भावनाओं को आहत पहुंचाई जाए। वे वोट जुटाने के लिए हिंदू धर्म का मजाक नहीं उड़ा सकते। राम मंदिर का निर्माण घमंडी गठबंधन को रास नहीं आ रहा है। बार-बार हिंदू समाज का मजाक बनाओ और एक सांप्रदाय को खुश करो, यही उनकी ओछी राजनीति है।’