नवीन चौहान
विश्व प्रसिद्ध तीर्थनगरी हरिद्वार में श्री प्रेमनगर आश्रम, मानव उत्थान सेवा समिति के प्रेरक आध्यात्मिक संत सतपाल जी महाराज के दिशा-निर्देश में आज 5 अगस्त को श्री राम जन्म भूमि अयोध्या में मन्दिर निर्माण का कार्य प्रारम्भ तथा पूजन किये जाने वाले ऐतिहासिक क्षण के अवसर पर श्री प्रेमनगर आश्रम तथा पूरे भारत वर्ष के कोने-कोने में समिति के हजारों आश्रम तथा लाखों कार्यकर्ताओं एवं श्रद्धालु-भक्तगणों द्वारा दीप जलाकर भगवान श्री राम जी के
श्री चरणों में नमन किया।
दीप जलाने का मतलब होता है कि अपने जीवन से अंधकार हटाकर प्रकाश फैलाना। प्रकाश प्रतीक होता है ज्ञान का। जिस प्रकार श्री राम ने एक सन्यासी की भांति ज्ञान और कर्म का समन्वय कर समाज को उपदेश दिया।
इसी प्रकार आध्यात्मिक संत सतपाल जी महाराज पूरे भारतवर्ष में आध्यात्मिक ज्ञान के माध्यम से जनमानस को सद्भावना का पाठ पढ़ा रहे हैं। सद्भावना से ही हम पूरे देश को एकजुट कर सकते हैं।
जैसे प्रभु श्री राम जी ने आसुरी शक्ति का विनाशकर दैवी शक्ति व )षि मुनियों की रक्षा कर समाज में सम्मानता का संदेश दिया। इस तरह समाज मे दुर्भावना रूपी
अंध्कार पर सद्भावना का प्रकाश पफैलाकर अंध्कार को समाप्त कर सकते हैं। इस प्रकार जनमानस को एकजुट कर राष्ट्र को विश्वगुरफ बना सकता है। इस संदेश को जागृत करने के लिए समिति ने समाज को प्रेरणा दी।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हरिद्वार प्रभारी सम्मानीय श्री शरद जी, विश्व हिन्दु परिषद् जिला अध्यक्ष श्री नितीन गौतम जी, श्री मनोज वर्मा जी, श्री अनुज वालिया जी आश्रम के महामंत्राी श्री रमणीक भाई प्रबंध्क श्री पवन कुमार तथा डा. महेन्द्र कुमार आदि सम्मानीय लोगों ने भाग लिया।