हरिद्वार। हरियाणा के कांवडियां विकास की आईटीबीपी के जवान के असहले से चली गोली से मौत के प्रकरण में एसएसपी हरिद्वार ने केस की जांच सीबीसीआईडी से कराने की संस्तुति की है। एसएसपी हरिद्वार इस केस को पूरी गंभीरता से ले रहे हैं। इसी के चलते कांवड़िये की मौत की निष्पक्ष जांच कराने का निर्णय लिया गया है।
श्रावण मास में 15 जुलाई को सर्वानंद घाट के पास आईटीबीपी के जवान संतोष चटर्जी, मितेष राणा कांवड़ ड्यूटी कर रहे थे। इसी दौरान सर्वानंद घाट पर बेसुध पड़े एक कांवडिये को जवानों ने हटाने का प्रयास किया। इसी दौरान कांवडिये और जवानों के झड़प हो गई। कांवडिये द्वारा आईटीबीपी के जवान के साथ छीना झपटी की गई। इस छीना झपटी में जवान के असहले से गोली चल गई। जो कांवडिये के पांव में लगी। घायल कांवडिये को अस्पताल में भर्ती कराया गया,जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे हायर सेंटर रैफर कर दिया गया। रास्ते में कांवडिये ने दम तोड़ दिया। कांवडिये की शिनाख्त बाद में विकास निवासी गांव माझरा डी थाना बेरी जिला झज्जर हरियाणा के रूप में हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट विकास के नशे में होने की पुष्टि हुई। इसी प्रकरण में मृतक के परिजनों की ओर से आईटीबीपी के जवान संतोष चटर्जी और मितेश राणा के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करायी गई। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने केस की गंभीरता को देखते हुए प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने का निर्णय करते हुए केस की जांच सीबीसीआईडी से कराने की संस्तुति कर दी है। एसएसपी का कहना है कि कांवडिये की मौत एक हादसा है फिर भी तफ्तीश को पूरी तरह निष्पक्षता से कराने के लिए केस की जांच सीबीसीआईडी से करायी जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर इस मामले में अगली कार्रवाई की जाएगी।