नवीन चौहान
हरिद्वार के एक युवक के खिलाफ चाइल्ड पोनोग्राफी का मुकदमा दर्ज किया गया है। युवक ने बच्चे की नग्न अवस्था की फोटो को फेसबुक पर अपलोड किया था। जिसके बाद फेसबुक ने इस फोटो का संज्ञान लेते हुए आपत्ति जाहिर की। जिसके बाद भारत सरकार के नेशनल साइबर अपराध रिपोटिंग पोर्टल ने शिकायत दर्ज कराई। गृह मंत्रालय के निर्देशों पर एनसीसीआरपी की शिकायत पर आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
हरिद्वार के अखिल राठौर नाम के व्यक्ति ने अपनी फेसबुक बॉल पर एक महिला, पुरूष और एक बच्चे की आपत्तिजनक फोटो अपलोड कर दी थी। जिसके बाद फेसबुक ने बच्चे की फोटो को आपत्तिजनक मानते हुए इसका संज्ञान लिया। फेसबुक ने फोटो और वीडियो को हटा दिया और नेशनल साइबर अपराध रिपोटिंग पोर्टल के जरिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय में शिकायत कर दी। गृह मंत्रालय की ओर से उत्तराखंड साइबर सेल को पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए। साइबर सेल ने उक्त फेसबुक की आईपी एड्रैस को ट्रैस किया और फोटो अपलोड करने वाले आरोपी युवक का नाम व पता खोज निकाला। जिसके बाद सप्तऋषि चौकी प्रभारी लखपत बुटोला की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। तहरीर में बताया गया कि पुलिस अधीक्षक अपराध 28 जनवरी 2020 को पत्र मिला। पत्र में गृह मंत्रालय की ओर से आपत्त्जिनक फोटों की जांच करने के निर्देश दिए गए है।
बताते चले कि उत्तराखंड के इतिहास में ये पहला मुकदमा है जो एक बच्चे की फोटो अपलोड करने पर दर्ज किया गया है। ऐसे में आपको यहां ये जानना जरूरी है कि आप भी अपने बच्चे की स्नान करते हुए, अथवा कपड़े बदलने की फोटो को फेसबुक पर अपलोड ना करें। नगर कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि चाइल्ड पोनोग्राफी का मुकदमा दर्ज किया गया है। एक बच्चे की आपत्तिजनक फोटो को अखिल राठौर नाम के व्यक्ति ने अपलोड किया। जबकि उक्त आईपी पर सूर्याकांत शर्मा पुत्र विरेंद्र शर्मा निवासी मकान नंबर 108 रानीगली, भूपतवाला हरिद्वार का पता पाया गया है। सूर्याकांत शर्मा मकान मालिक है। पुलिस अखिल राठौर की तलाश में जुट गई है। मुकदमा आईटी एक्ट की धाराओं में दर्ज किया गया है।