नवीन चौहान
उत्तराखंड के ट्रैवल कारोबार का कोरोना संक्रमण ने दम निकाल दिया है। पर्यटन कारोबार पूरी तरह से चौपट हो चुका है। पर्यटन कारोबार से जुड़े तमाम लोगों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। वाहनों के टैक्स और बैंक ऋण ने कारोबारियों की आंखों से नींद उड़ा दी है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार की बेरूखी भी पर्यटन कारोबारियों को गहरा मानसिक आघात पहुंचा रही है। इसी मानसिक कष्ट से पीड़ित हरिद्वार के लगभग सभी पर्यटन कारोबारियों ने टूर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड और हरिद्वार टैक्सी मैक्सी एसोसिएशन के बैनर तले आकर सड़क पर भीख मांग कर प्रदर्शन किया।
कोरोना संक्रमण काल में बेहद ही मुसीबतों के दौर से गुजर रहे हरिद्वार के पर्यटन कारोबारियों ने विभिन्न माध्यमों से प्रदेश सरकार को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। टूर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष अभिषेक अहलूवालिया ने बताया कि सरकार से काफी पत्राचार किया गया। पर्यटन कारोबारियों और इस पेश से जुड़े चालक, परिचालकों की आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए एक आर्थिक सहायता पैकेज जारी करने की मांग की। लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से कोई सुध नही ली गई। उन्होंने बताया कि बैंक लोन और वाहनों से संबंधित तमाम टैक्स बकाया चले आ रहे है। इसी संबंध में हरिद्वार के सभी ट्रैवल कारोबारियों ने मंगलवार को सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय से बाल्मीकि चौक तक सड़क किनारे बैठकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सांकेतिक रूप से भीख मांगने का कार्य किया। टैक्सी मैक्सी के अध्यक्ष गिरीश भाटिया ने बताया कि सरकार हमारी मांगो पर ध्यान दे। गाड़ी का 2 साल के टैक्स, 1 साल का इंश्योरेंस, ड्राइवर और ट्रैवल ऑफिस में काम करने वालो के लिए 10000 रुपए प्रति महीना आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। बैंक लोन और किस्त में 2 साल की छूट प्रदान की जाए। प्रदर्शन करने वालों में चंद्रकांत, अरविंद खनेजा, विजय शुक्ला, इकबाल सिंह, अंकित राणा, अंजित कुमार, अवतार सिंह, संजय शर्मा,गौरव, राज कुमार, पुष्पेंद्र सिंह, गोस्वामी,विभास मिश्रा, राजीव आदि मौजूद रहे।