पाबंदी के बावजूद खूब हुआ दीपावली पर पटाखों का शोर




नवीन चौहान.
एनजीटी के सख्त ​आदेशों के बावजूद पटाखों पर पाबंदी का असर नहीं दिखा। शहर में दीपावली की रात खूब पटाखों का शोर हुआ। मेरठ जनपद में शहर क्षेत्र में सर्वाधिक पटाखों का शोर थापरनगर में हुआ। यहां प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा ध्वनि प्रदूषण की मात्रा सर्वाधिक 85.7 डेसीबल दर्ज की गई। दूसरे नंबर पर बेगमपुल रहा, जहां पर ध्वनि प्रदूषण की मात्रा 81.4 दर्ज की गई।

प्रदूषण विभाग ने शहर के आठ स्थानों पर दीपावली से पहले और दीपावली के दिन शहर में ध्वनि प्रदूषण की मात्रा नापी। जिसमें सभी स्थानों पर बढ़ोतरी दर्ज की गई। सबसे अधिक बढ़ोतरी थापरनगर में रही। इनके अलावा सेंसिटिव एरिाय कैंट अस्पताल और जिला न्यायालय एरिया में भी पटाखों का खूब शोर शराबा रिकार्ड किया गया।

प्रदूषण विभाग ने दीपावली से पहले 28 अक्टूबर को इन स्थानों पर मॉनीटिरिंग की थी, उसके बाद दीपावली पर दिन और रात में मॉनीटिरिंग कर आंकड़े जुटाए गए। इनमें सबसे अधिक थापर नगर में आंकड़ा रहा, यहां ध्वनि प्रदूषण सर्वाधिक 85.7 डेसीबल रहा जबकि सबसे कम बढ़ोतरी कैंटोमेंट बोर्ड के पास 63.1 डेसीबल रिकार्ड किया गया। दूसरे स्थान पर बेगमपुल 81.4 डेसीबल और तीसरे स्थान पर रेलवे रोड एरिया रहा। जहां ध्वनि की मात्रा 80.1 डेसीबल रिकार्ड की गई।

कहां कितना हुआ ध्वनि प्रदषण में इजाफा
स्थान – 28 अक्टूबर – 04 नवंबर

सेंसिटिव एरिया
कैंट अस्पताल – 56.2 – 64.2
जिला न्यायालय – 65.6 – 76.5

कॉमर्शियल एरिया
रेलवे रोड – 76.2 – 80.1
बेगमपुल – 78.1 – 81.4

रेजिडेंसियल एरिया
थापरनगर – 69.2 – 85.7
शास्त्रीनगर – 63.6 – 72.1
कैंटोमेंट बोर्ड – 53.4 – 63.1
पल्लवपुरम – 68.9 – 75.8

ये हैं ध्वनि प्रदूषण के मानक
स्थान 6AM TO 10PM 10PM TO 6AM
सेंसिटिव एरिया – 50.00 – 40.00
​रेजीडेंसियल – 55.00 – 45.00
कॉमर्शियल – 65.00 – 55.00
इंडस्ट्रीयल – 75.00 – 70.00

नोट— सभी मात्रा डेसीबल में हैं।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *