नवीन चौहान.
उत्तर प्रदेश में हुए छात्रवृत्ति घोटाले में जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इस घोटाले में अल्पसंख्यक कल्याण, समाज कल्याण और दिव्यांग सशक्तिकरण के अधिकारियों की संलिप्तता के पुख्ता प्रमाण प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को मिले हैं।
बताया जा रहा है कि इन अधिकारियों में से कई आईएएस और पीसीएस अफसर भी हैं, जिनको छात्रवृत्ति घोटाले की रकम का हिस्सा पहुंचाया जा रहा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस घोटाले में गिरफ्तार हाइजिया एजूकेशन ग्रुप के संचालकों से पूछताछ में ये सामने आया है। ईडी हाइजिया के दोनों संचालकों समेत तीनों आरोपितों को आज (सोमवार) को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश अजय विक्रम सिंह की अदालत में पेश करके रिमांड अवधि बढ़ाने का अनुरोध करने जा रही है।
जांच में पता चला कि घोटाले की रकम का एक बड़ा हिस्सा इन विभागों के अधिकारियों की जेब में पहुंचाया जा रहा था। जांच अधिकारी रामचंदर की तरफ से इन सभी अधिकारियों को सम्मन भेजना शुरू कर दिया गया है। बताते चलें कि ईडी के बार-बार अनुरोध करने पर भी इन विभागों के अधिकारी छात्रवृत्ति से जुड़ी जानकारियां भी नहीं दे रहे थे।