नवीन चौहान,हरिद्वार।
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को हरिद्वार हरकी पैड़ी पर गंगा में विर्सजित करने के कार्यक्रम को सकुशल संपन्न कराने को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जिला प्रशासन ने भाजपा नेताओं के साथ मिलकर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था का प्लान बनाया है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद 19 अगस्त को उनकी अस्थियों को हरकी पैड़ी पर गंगा में विसर्जित किया जायेगा। इस दौरान भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत कई केंद्रीय मंत्रियों के आने की संभावना हैं। संभावना जताई जा रही कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी हरिद्वार पहुंच सकते है।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने तीन बार प्रधानमंत्री बनकर देश की सेवा की। कवि ह्दय अटल बिहारी वाजपेयी की लोकप्रियता भारत के साथ विदेशों में भी स्वीकार्य थी। उनकी पार्टी के अलावा विपक्षी दल भी अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व के कायल थे। लेकिन करीब एक दशक से अटल बिहारी वाजपेयी गंभीर बीमारी से संघर्ष कर रहे थे। 16 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। ऐसे ही लोकप्रिय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद उनकी अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम हरिद्वार में रविवार को 11 बजे होना तय हुआ है। इस कार्यक्रम को सकुशल संपन्न कराने के लिये भाजपा और जिला प्रशासन ने युद्ध स्तर पर तैयारी की है। स्थानीय नागरिकों को कोई परेशानी ना हो इसका भी ध्यान रखा गया है।