फेसबुक पर दोस्ती कहीं पड़ न जाए भारी, आगे बढ़ने से पहले करलें पूरी जानकारी




नवीन चौहान
सावधान यदि आप फेसबुक या अन्य किसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक्टिव है और किसी अंजान व्यक्ति से दोस्ती करते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। क्योंकि सोशल मीडिया पर ऐसे गिरोह शामिल हैं जो अपनी पहचान छिपाकर पहले दोस्ती करते हैं और उसके बाद अश्लील वीडियो या चैट बनाकर ब्लैकमेलिंग शुरू कर देते हैं। ऐसे ही गिरोह के तीन सदस्य मेरठ में गिरफ्तार किये गए हैं। जिन्होंने अब तक कई राज्यों में अपने शिकार फंसाकर ब्लैकमेलिंग की है।

ऐसे पकड़ में आया गैंग
मेरठ पुलिस के अनुसार ब्लैकमेल करने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार किये गए हैं तीनोंं ही राजस्थान के रहने वाले हैं। एसएसपी मेरठ को सूचना कुछ लोगों से मिली थी कि उनके साथ फेसबुक व मैसेंजर पर अज्ञात व्यक्ति लड़की बनकर दोस्ती कर चैंटिग व विडियो कॉल करके झांसे में फंसा कर अश्लील विडियों व अश्लील चैट बनाकर ब्लैकमेल कर रहे हैं। जिसके बाद एसएसपी ने सर्विलांस सैल टीम को गिरोह का पता लगाने के ​लिए कहा। सर्विलांस सैल की टीम ने थाना सिविल लाइन पुलिस के साथ मिलकर इस गिरोह के तीन सदस्यों को बस अड्डे के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में​ आरोपियों ने अपने नाम हनीफ खान पुत्र मुन्शी खान निवासी ग्राम हसनपुर तहसील व थाना रामगढ जिला अलवर, कल्लू खान पुत्र फजरू खान निवासी ग्राम चौकी, पिपरौली थाना रामगढ जिला अलवर और मौसम पुत्र जोरमर निवासी ग्राम मिलखेडा, तहसील व थाना रामगढ जिला अलवर, राजस्थान बताए हैं। पुलिस के अनुसार इस गिरोह के फरार अभियुक्तों के नाम साहिल, रफीक खान हैं, ये दोनों भी अलवर राजस्थान के रहने वाले हैं।

ऐसे करते हैं ब्लैकमेल
पुलिस के अनुसार इस गिरोह के सदस्य फेसबुक, व्हाटसअप, ओएलएक्स के माध्यम से घर बैठे ही देश के सभी राज्यों में लड़की की फोटो व वीडियो के जरिए अपने शिकार को हनी ट्रैप में फंसा कर अपने पे-टीएम या यूपीआई आईडी में लाखों रूपये डलवा लेते हैं। लगातार उन्हें उनकी अश्लील वीडियो दिखाकर उसे वायरल करने का डर दिखाकर ब्लैकमेल करते हैं। यह गिरोह मुख्य रूप से ऐसे व्यक्तियों को अपना निशाना बनाते है जो किसी धर्म, जाति या व्यवसाय में महत्वपूर्ण स्थान रखते है।

दोस्ती करने के लिए बनते हैं लड़की
यह गिरोह पहले फेसबुक पर लड़की बनकर दोस्ती करता है। उसके बाद चैटिंग करते हुए यह गिरोह व्हाटसअप पर आपस में वीडियो कॉल व चैटिंग करने लगते हैं। फिर इस गिरोह के सदस्य उस व्यक्ति से अश्लील चैंटिंग एवं अश्लील व नग्न फोटोग्राफ का आदान प्रदान करने लगते हैं। इस प्रकार अपने शिकार को विश्वास में लेकर रात में यह गिरोह उनकी नग्न अवस्था में अश्लील वीडियो बना लेते हैं। उसके बाद अपने शिकार की वीडियो को उसके ही व्हाटसएप नंबर पर भेजकर उसे वायरल करने की धमकी देकर ब्लैक मेल करते हैं।



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