नवीन चौहान
विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरती दिखाई दे रही है। जबकि भाजपा पिछड़ती जा रही है। इस चुनाव में बसपा का खाता खुलेगा तो निर्दलीय की धमक रहेगी। सत्ता के लिए बसपा और निर्दलीय की मदद लेनी होगी। जनता से बातचीत के बाद अभी तक के सर्वे कांग्रेस के लिए सुखद और भाजपा के लिए खतरे की घंटी बजा रहे है।
सबसे बड़ी बात हरिद्वार की 11 विधानसभा सीटों की करें तो भाजपा यहां तीन सीटों पर ही जीत हासिल करने की संभावना है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक कांग्रेस के सतपाल ब्रहमचारी से कड़े मुकाबले में है। इन दोनों के बीच हार जीत का अंतर बेहद ही मामूली रहने वाला है। लेकिन मदन कौशिक बाजी मार सकते है। वही रानीपुर विधानसभा की बात करें तो भाजपा के आदेश चौहान एक बार फिर मजबूत स्थिति में है। लेकिन कांग्रेस के राजबीर चौहान कड़े मुकाबले में है। क्षेत्र की जनता राजबीर चौहान को आजमाने के मूड़ में है। वही आदेश चौहान के प्रति जनता की नाराजगी भी है। ऐसे में रानीपुर सीट पर भी मुकाबला रोचक होने वाला है। ज्वालापुर सीट पर भाजपा के सुरेश राठौर को मुश्किल होगी। यहां आजाद पार्टी के एसपी सिंह इंजीनियर अपना प्रभाव दिखा रहे है। जिसके चलते कांग्रेस के रवि बहादुर के आगे निकलने की संभावना तेज हो गई है। हरिद्वार ग्रामीण सीट की बात करें तो स्वामी यतीश्वरानंद कड़े संघर्ष में आ गए है। कांग्रेस की अनुपता रावत ने जनता से सहानुभूति और महिलाओं का विश्वास जीतने में सफलता पाई है। अनुपमा को पहाड़ी वोटों का लाभ और मुस्लिमों का साथ मिल रहा है। जिसके चलते उनकी मजबूत स्थिति है।
कलियर विधानसभा सीट पर भाजपा की सबसे बुरी हालत होने जा रही है। यहां पर कमजोर प्रत्याशी मुनीष सैनी को भाजपा ने मैदान में उतारा है। जिसके चलते भाजपा को इस सीट पर नुकसान होने के आसार है। खानपुर सीट पर भाजपा की रानी देवयानी को बसपा के रविंद्र पनियाला पटखनी देते दिखाई पड़ रहे है। रूड़की पर भाजपा के प्रदीप बत्रा कांग्रेस के यशपाल राणा से कड़े मुकाबले में है। अगर यहां कुछ समीकरण बदलते है तो प्रदीप बत्रा को मुश्किल होगी।