अंगुलियों से कैंवस पर दिखाया जादू , जानिए पूरी खबर




नवीन चौहान, हरिद्वार। कलाकार की अंगुलियों में जादू होता है। कलाकर मन के भावों को कैंवस पर रंग उकेरकर समाज को प्रेरित करने का कार्य करता है। कला एवं कलाकार किसी परिवेश का मोहताज़ नहीं होता वो अमीरी गरीबी, सुंदरता कुरुपता किसी पर निर्भर नहीं करता कला एवं कलाकार किसी भी परिवेश में जन्म ले सकता है ऐसे में आवश्यकता होती है तो बस उन्हें उजागर कर दुनिया के सामने लाने की। कुछ ऐसा ही प्रयास कर रहा है आनन्द आर्ट मिशन जो देशभर के कलाकारों एवं उनके कार्यों को उजागर करने का। विगत सात वर्षों से कला के उत्थान के लिए आनन्द आर्ट मिशन स्कूली बच्चों एवं कलाकारों के लिए विभिन्न कला प्रतियोगिताओं एवं प्रदर्शनियों का आयोजित कर उन्हें पुरस्कृत एवं प्रोत्साहित करता रहा है इसी श्रृंखला में इस बार प्रथम अखिल भारतीय कला प्रदर्शनी का आयोजन किया टी-47 शिवालिक नगर आर्ट गैलरी में किया गया जिसका उद्घाटन मुख्यअतिथि डीपीएस के प्रधानाचार्य के सी पाण्डेय ने किया। श्री पाण्डेय ने कहा कि कला जीवन को सरस बनाती है और कार्यशैली को सुन्दर जिससे हमारी संस्कृति समृद्ध होती है उन्होंने अशोक गुप्ता के इस प्रयास की अत्यंत सराहना की है।_DSC0241 (1)
इस प्रदर्शनी में 14 राज्यों से 105 कलाकारों की कृतियां प्रदर्शित की गयी हैं जिसमें कला की विभिन्न विधाओं को जैसे तैल चित्र, जलरंग चित्र, एक्रेलिक चित्र, रेखा चित्र, ग्राफिक वर्क आदि एक साथ कांस्य एवं पाषाण मूर्तियां भी प्रदर्शित की गयी हैं जो आकर्षण का केन्द्र बनी हुई हैं। हरिद्वार के प्रमोद कुलश्रेष्ठ द्वारा बनाई जल संरक्षण पर आधारित पेंटिग, देहरादून की रिचा की पेंटिग ‘यक्षि’, सोमनाथ की ‘ये है जिन्दगी अपनी’, देहरादून के कलाकार ज़ाकिर हुसैन की ’इनोसेंट’, शांतिनिकेतन के युवा कलाकार अत्रि चेतन की ‘कॉमन मैन’, प्रसिद्ध चित्रकार अशोक गुप्ता की ‘वेन कैक्टस ब्लूम्स’, प्रो बीपी काम्बोज की ‘डिवाईन रिजोनेन्स’ एवं दिल्ली के प्रसिद्ध मुर्तिकार मुकुल पंवार की मुर्ति ‘द बुल’ खासा आर्कषण का केन्द्र बनी हुई है। ईशान बहुगुणा, अलका आर्य, आनन्द सिंह, अर्चना गुप्ता, अभिचेतन, राजीव सेमवाल, मो0 मोईन, मनीष जोशी, ललित पंत, सीबी जोशी, सविता नाग, संजीव चेतन एवं साथ ही नव आगंतुक कलाकारो के चित्रों को भी दर्शकों सराहना मिल रही है।DSC_4270
राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त, उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध चित्रकार, इस प्रदर्शनी के संयोजक एवं आनन्द आर्ट मिशन के सचिव अशोक गुप्ता ने बताया कि इस प्रदर्शनी के आयोजन का उद्देश्य देश के कलाकारो को अपना कला को प्रदर्शित करने हेतु एक मंच प्रदान करना तथा छिपी हुई प्रतिभाओं को उजागर करने का एक प्रयास है जो सभी के लिए पूर्णतः निशुल्क है। शान्ति निकेतन से कला में ग्रेजुएट श्री गुप्ता पिछले 40 वर्षों से कला की सेवा में निरन्तर लगे हुए हैं तथा सीबीएसई के विद्यालयों में चलने वाली कला पुस्तकों ‘हिस्ट्री ऑफ इण्डियन ऑर्ट’ के लेखक एवं सम्पादक भी हैं। उन्होंने बताया कि इस कला सेवा के पथ पर चलते हुए उन्होंने इस बात का अनुभव किया कि कलाकार के जन्म का कोई स्थान नही होता वह किसी किसी गरीब की कुटिया में भी जन्म ले सकता है और महल में भी पर दोनो के कार्यों को यदि पहचान न मिले तो वह व्यर्थ है अतः उनका प्रयास उन दूर दराज के गांव व कस्बों के कलाकारों को आगे लाने का जिनका हुनर दुनिया देख सके और भारत के कलाकारों को पहचान मिल सके। DSC_4274
इस प्रदर्शनी में दर्शकों एवं कलाप्रेमियों की भीड़ उमड़ रही है । इस अवसर पर कला प्रेमी एंव भेल के पूर्व डायरेक्टर  एम के मित्तल ने बताया कि यह भेल एवं हरिद्वार के लिए गौरव का विषय है कि शिवालिक नगर में श्री गुप्ता द्वारा कलाकारों के प्रोत्साहन के लिए आर्ट गैलरी का निर्माण कराया गया है जो कलाकारों के लिए निशुल्क उपलब्ध है आने वाले समय में श्री गुप्ता का यह प्रयास उत्तराखण्ड कलाकारों के उत्थान में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।



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