haridwar kumbh 2021: पीपीपी मोड पर सफल, संतों में खुशी व श्रद्धालुओं को मायूसी और डीएम व एसएसपी की महत्वपूर्ण भूमिका




हरिद्वार कुंभ 2021: पीपीपी मोड पर सफल, संतों में खुशी व श्रद्धालुओं को मायूसी और डीएम व एसएसपी की महत्वपूर्ण भूमिका
नवीन चौहान
हरिद्वार कुंभ पर्व 2021 पीपीपी मोड पर सफल रहा। प्रशासन, पुलिस और पत्रकारों के बेहतर समन्वय से कुंभ आयोजन के तीनों शाही स्नान सकुशल रहे। जबकि इस आयोजन में सबसे बड़ी भूमिका जिला प्रशासन ने मेला प्रशासन के सहयोगी के रूप में निभाई। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने जनता को कोरोना संक्रमण से बचाकर रखने में उल्लेखनीय कार्य किया और मेला प्रशासन के अनुरूप ही तमाम सुरक्षा व्यवस्थाओं में सहयोग किया। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस की टीम ने कुंभ मेला पुलिस के साथ कदमताल किया। थानों के नियमित कार्यो और जनता की समस्याओं का निस्तारण करने के साथ ही मेला पुलिस की सुरक्षा व्यवस्थाओं में सहयोगी के रूप में कार्य करते हुए ​चेकिंग प्वाइंट पर विवादों को टालने और मित्र पुलिस की छवि को सुरक्षित बचाकर रखने का कार्य किया।
हरिद्वार कुंभ पर्व के आयोजन के लिए राज्य सरकार की ओर से कुंभ मेला प्रशासन की टीम गठित की जाती है। साल 2021 के कुंभ के लिए मेलाधिकारी के तौर पर आईएएस दीपक रावत और मेला आईजी के पद पर आईपीएस संजय गुंज्याल की तैनाती की गई। मेलाधिकारी ने कुंभ पर्व से संबंधित तमाम निर्माण कार्यो में स्थायी और अस्थायी कार्यो को मूर्त रूप दिया और मेला आईजी संजय गुंज्याल ने सुरक्षा व्यवस्थाओं की रणनीति बनाई। वही दूसरी ओर कोरोना संक्रमण काल में कुंभ पर्व का आयोजन एक बड़ी चुनौती बन गया। राज्य सरकार, मेला प्रशासन इस आयोजन को लेकर पशोपेश में रहे। सभी अखाड़ों के प्रमुख संतों से विचार विमर्श किया गया और संतों को विश्वास में लेकर कुंभ पर्व के आयोजन की तैयारी की गई। कुंभ की रंगत दिखनी शुरू हुई तो कोरोना ने भी आक्रामक तेवर दिखाए। वही प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन हो गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत हो गए। नए मुखिया की नई सोच के अनुरूप कार्य किया जाने लगा। मुखिया तीरथ सिंह रावत ने समस्त देशवासियों को कुंभ में आमंत्रित किया तो मेला और जिला प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। संतों के चेहरे पर रौनक आ गई। लेकिन कुंभ के शाही स्नान के तिथियां नजदीक आने लगी तो राज्य सरकार ने कोविड गाइड लाइन और भारत सरकार की एसओपी का सख्ती से अनुपालन कराने को निर्देशित किया। आखिकार कुंभ मेला पीपीपी मोड पर आ गया। प्रशासन,पुलिस और पत्रकार बेहतर तालमेल से संतों का शाही स्नान संपन्न कराया जाए। 14 अप्रैल 2021 को तीसरा शाही स्नान सकुशल संपन्न हो गया।
अब बात करते है ​जिला प्रशासन
की भूमिका की। जिलाधिकारी सी र​विशंकर की टीम में एसडीएम गोपाल सिंह चौहान, तहसीलदार आशीष घिल्डियाल, लक्सर एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी, भगवानपुर एसडीएम स्मृता परमार, रूड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल और तमाम सरकारी मशीनरी मेला प्रशासन का सहयोग करने में जुटी रही। जिलाधिकारी सी रविशंकर के निर्देशों के अनुरूप कार्य करती रही और वैक्सीनेशन से लेकर आरटीपीसीआर जांच व चेकिंग प्वांइट का निरीक्षण करती रही। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस की टीम में एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने भी उल्लेखनीय कार्य किया। वह कुंभ मेला पुलिस के साथ बरामद कदमताल करती रही। संतों से लेकर पुलिस की तमाम बैठकों में मौजूद रहकर विवादो को टालने में जुटी रही।
कुंभ मेले के उप मेलाधिकारी अंशुल सिंह और अपर मेलाधिकारी हरवीर सिंह पर्दे के पीछे के असली हीरो है। इन दोनों अफसरों ने अपनी शारीरिक क्षमता से भी अधिक कार्य करने का प्रयास किया और कुंभ पर्व में अपनी कार्यकुशला का परिचय दिया। हालांकि कुंभ मेला पुलिस में कार्य करने में सभी का सहयोग रहा। मेलाधिकारी दीपक रावत के निर्देशों पर सभी ने अपनी कर्तव्यनिष्ठा निभाई। जिसके चलते शाही स्नान सकुशल रहे।
डीजीपी अशोक कुमार ने कुंभ पर्व 2021 के आयोजन में हरिद्वार में डेला डालकर रखा और सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी नजर रखी। पुलिस मुखिया के तौर पर उन्होंने टीम लीडर के रूप में सभी का मनोबल बढ़ाए रखा और आईजी संजय गुंज्याल की पीठ थपथपाई।
लेकिन कुल मिलाकर 2021 का हरिद्वार कुंभ पीपीपी मोड पर रहा। कुछ विवाद इतिहास बन गए। संतों का स्नान हुआ और श्रद्धालुओं को मायूसी हाथ लगी।



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