उत्तराखंड में कोरोना से तीन डाॅक्टरों की मौत होने से स्वास्थ्य विभाग छाया शोक




जोगेंद्र मावी
कोरोना से उत्तराखंड में तीन डाॅक्टरों की मृत्यु हो गई है। एक सप्ताह के अंदर तीन डाॅक्टरों की मृत्यु होने से शासन के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी में शोक छा जाने के साथ हड़कंप मचा हुआ है। नैनीताल में जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक रहे और हाल में हल्द्वानी में संविदा पर कार्यरत डाॅ राजेश शाह, जिला अस्पताल पौड़ी में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डाॅ विनोद कुमार, जिला अस्पताल में तैनात सर्जन डाॅ वेद प्रकाश मौर्य उर्फ डाॅ वीपी मौर्य की मृत्यु कोरोना से हो गई। हरिद्वार में तैनात रहीं पूर्व सीएमओ डाॅ आरती ढौंडियाल की बेटी का भी कोरोना से हाल में ही देहांत हो गया था। सभी के निधन से प्रदेश के अधिकारियों एवं कर्मचारियों में शोक छाया हुआ है।
डाॅ वीपी मौर्य पिछले 8 दिनों से एम्स ऋषिकेश में भर्ती थे, तबियत में सुधार न होने के चलते हुए वे 5 दिन से वेंटीलेटर पर थे। शुक्रवार की देर रात को उन्होंने अंतिम सांस ली। तीनों डाॅक्टरों के निधन होने से स्वास्थ्य विभाग में शोक छाया हुआ है। डाॅ वीपी मौर्य ने हरिद्वार के जिला अस्पताल में तैनात रहे। उन्होंने ड्यूटी कर्तव्यनिष्ठा के साथ निभाई। हरिद्वार से उनका पौड़ी में तबादला हो गया था तो हरिद्वार में एक भी सर्जन नहीं था तो उन्हें विशेष तौर पर शिविरों के लिए बुलाया गया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य संघ के प्रदेश महामंत्री डाॅ मनोज वर्मा ने बताया कि कोरोना से एक सप्ताह में अंदर चार मौतें हो गई है।
डाॅक्टरों के निधन पर स्वास्थ्य महानिदेशक डाॅ अमिता उप्रेती, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य संघ के प्रदेश महामंत्री डाॅ मनोज वर्मा, हरिद्वार के सीएमओ डाॅ एसके झा, एसीएमओ डाॅ एचडी शाक्य, जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डाॅ राजेश गुप्ता, डाॅ संदीप निगम, डाॅ संदीप टंडन, डाॅ प्रणव प्रताप, डाॅ सुब्रत अरोड़ा, डाॅ संजय त्यागी, ओम सिंह भेदी, जोेगेंद्र यादव, नीरज गुप्ता, महावीर चैहान, नितिन शर्मा, दिनेश लखेड़ा आदि समेत विभाग ने अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने शोक जताया।



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