नवीन चौहान, हरिद्वार।
आईएएस दंपति नितिन भदौरिया और उनकी धर्मपत्नी जिला विकास अधिकारी स्वाति भदौरिया ने अपनी दूरदर्शिता और बुद्धिमता से हरिद्वार के इतिहास में एक अविस्मरणीय कार्य किया है। ऐसे कार्य की उम्मीद सरकारी अफसरो से कम ही की जाती हैं। उन्होंने एक सरकारी इंटर कॉलेज में कबाड़ में नीलामी के लिये पड़े फर्नीचर को उपयोगी बनाकर दूसरे प्राईमरी सरकारी स्कूल के बच्चों के बैठने योग्य बनवाया है। जब फर्नीचर पूरी तरह मजबूत और सुंदर हो गया तो वह फर्नीचर के साथ खुद उन बच्चों के बीच पहुंचे। जिस स्कूल में सालों से जमीन पर टाट पट्टी बिछाकर बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। इस फर्नीचर को पाकर जहां स्कूल के बच्चों में बेहद खुशी है तो वही दूसरी ओर हरिद्वार के सरकारी कर्मचारियों के लिये एक नजीर पेश कर गये हैं।
हरिद्वार नगर निगम के बालिका सेवा सदन इंटर कॉलेज में काफी फर्नीचर कबाड़ में पड़ा था। स्कूल की प्रधानाचार्य कमलेश चौहान ने इस कबाड़ फर्नीचर को नीलाम करने के लिये मुख्य नगर अधिकारी आईएएस अफसर नितिन भदौरिया को प्रार्थना पत्र दिया। जब प्रार्थना पत्र मुख्य नगर अधिकारी नितिन भदौरिया के सामने पहुंचा तो नीलाम करने की अनुमति देने की जगह वह सीधा कबाड़ फर्नीचर को देखने पहुंच गये। उन्होंने कबाड़ बने फर्नीचर कुर्सी, मेज और बैंच पर बारीकी से नजर डाली। उन्होंने इस फर्नीचर को नीलाम करने की जगह रिपेयर कराकर उपयोग में लाना बेहतर समझा। जिसके बाद उन्होंने तत्काल आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा कैंथुरा को वह नगर निगम क्षेत्र में वह स्कूल खोजने में लगा दिया जहां बच्चों के बैठने के लिये फर्नीचर नहीं था। मीरा कैंथुरा ने पाया कि नगर निगम के समीप देवपुरा के प्राईमरी स्कूल नंबर 28 में कक्षा पांच के बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई कर रहे है। उन्होंने तत्काल कबाड़ फर्नीचर को मरम्मत कराकर स्कूल के लिये तैयार करा दिया। शुक्रवार को मुख्य नगर अधिकारी नितिन भदौरिया, जिला विकास अधिकारी स्वाति भदौरिया, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा कैंथुरा और जिला सूचना अधिकारी अर्चना सहित कर्मचारियों की टीम मरम्मत कराये हुये फर्नीचर को लेकर स्कूल पहुंच गये। जब स्कूल के कक्षा पांच के बच्चों ने अपने लिये फर्नीचर देखा तो वह खुशी से झूम उठे। आपको बताते चले कि हरिद्वार के इतिहास में शायद ही ऐसी घटना हो जिसमें नीलाम होने वाले फर्नीचर या किसी सामान को उपयोगी बनाकर काम में लाया गया हो। सरकारी अफसर ऐसे कार्य करने में कोई रूचि नहीं दिखाते है। लेकिन युवा आईएएस नितिन भदौरिया और उनकी पत्नी स्वाति भदौरिया ने एक बहुत ही अच्छा और सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिये प्रेरणा लेने वाला कार्य किया है। फर्नीचर वितरण करने के दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी आरडी शर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी रूड़की श्रीकांत पुरोहित, शिक्षाधिकारी सुमन अग्रवाल, सीआरसी अंजू मेंहदीरत्ता मौजूद रहे। इस दौरान सीडीओ स्वाति भदौरिया ने स्कूल के मिडडे मील की गुणवत्ता का निरीक्षण भी किया। भोजन में पोषकता को बनाये रखने के निर्देश दिये है।