haridwar में दो परिवारों के बुझ गए चिराग, खनन माफियाओं के दुस्साहस ने ले ली जान





दीपक चौहान
हरिद्वार में खनन माफियाओं की दबंगई और दुस्साहस ने एक मासूम के अलावा एक शिक्षक की जान ले ली। बेखौफ होकर सड़कों पर दौड़ने वाले इन अवैध खनन के वाहनों पर किसी का कोई अंकुश नही है। सुबह तड़के तीन बजे से ही हरिद्वार लक्सर रोड़ की सड़कों पर खनन के वाहन बिना रव्वने के खनन वाहन सड़कों पर दौड़ना शुरू कर देते है। मंगलवार की सुबह दर्दनाक हादसे में कुछ ऐसा ही हुआ। शोकाकुल परिवार को सांत्वना देने के लिए एसडीएम पूरण सिंह राणा तत्काल परिजनों के पास पहुंचे। उन्होंने परिजनों का ढांढस बंधाया और हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेश शर्मा भी शोकाकुल परिजनों के बीच पहुंचकर सांत्वना देते रहे।


शिक्षक कृष्णपाल शर्मा अपने शिक्षक धर्म का पालन करने के लिए स्कूल के लिए तैयार होकर निकले। अपनी मासूम बेटी को गले लगाया और स्कूल जाने लगे। पड़ोसी ने अपने बेटे को कृष्णपाल के साथ स्कूटी पर बैठाया। किसी को क्या मालूम था कि मास्टर कृष्णपाल शर्मा उम्र 45 वर्ष और सरदार बंटी के बेटे उम्र 5 वर्ष का यह जिंदगी का आखिरी दिन है। शिक्षक कृष्णपाल की बाइक एक खनन के वाहन की चपेट में आ गई। दुर्घटना की खबर गांव पहुंची तो मातम पसर गया। पुलिस ने खनन की ट्रैक्टर ट्राली को सीज कर चालक को हिरासत में ले लिया। हरिद्वार के लक्सर रोड़ पर टांडा भागमल गांव के पास हुई इस घटना ने जनता को आक्रोषित कर दिया है। जनता का गुस्सा प्रशासन की लचर कार्यशैली पर है। अगर इन बेलगाम वाहनों पर अंकुश लगाया जाता तो शायद इनकी जान नही जाती। इस हादसे में श्रुति पुत्री मास्टर कृष्ण पाल शर्मा उम्र 5 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गई, उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इलाज के बाद उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है।



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