नवीन चौहान.
कोरोना काल में दो साल बाद हरिद्वार में आस्था का सैलाब इस बार सोमवती अमावस्या पर उमड़ा। दो दिन पहले से ही शहर में होटल धर्मशालाएं फुल होनी शुरू हो गई थी। भीड़ का पूरा फायदा शहर के होटल धर्मशालाओं ने उठाया।
आरोप है कि होटलों ने एक डबल रूम का किराया 8 से 10 हजार रूपये प्रतिदिन तक वसूला। हरियाणा से आए राज किशोर ने बताया कि वह पहले भी हरिद्वार आता रहा है, तब उसे एक कमरा 15 सौ से 2 हजार रूपये में मिल जाता था, इस बार उसे 8 हजार रूपये एक दिन के देने पड़े।
गुरूग्राम से आए हरि सिंह ने बताया कि वह परिवार के साथ आज सुबह ही हरिद्वार पहुंचा। कहीं कमरा नहीं मिल रहा है। एक दिन के कमरे के मुंह मांगे दाम वसूले जा रहे हैं। एक होटल वाले ने 11 हजार रूपये मांगे हैं, इतने पैसे खर्च नहीं कर सकते। इसलिए कहीं धर्मशाला में ही जगह ढूंढ रहे हैं।
मानेसर से आए एक श्रद्धालु ने बताया कि होटल वाले लोगों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं। यहां के प्रशासन को होटलों के किराये तय कर देने चाहिए ताकि यहां आने वाले लोगों को परेशानी न उठानी पड़े।
इस संबंध में जब होटल संचालकों से बात की गई तो वह कोई भी जवाब देने से बचते दिखे। उनका यही कहना था कि दाम नहीं बढ़ाए हैं, जो रेट पहले से तय है उन्हीें पर रूम दिये गए हैं। पहले कुछ छूट दे दी जाती थी, इस समय सीजन है इसीलिए छूट नहीं दी जा रही।