मंदिर के पुजारी और सेवादार की हत्या का खुलासा, चढ़ावे के पैसे लूटने के लिए की हत्या




नवीन चौहान.
एसएसपी ऊधम सिंह नगर डॉ मंजुनाथ टीसी के निर्देशन में ऊधम सिंह नगर पुलिस ने खटीमा- झनकईया क्षेत्र के भारामल में हुए मंदिर के पुजारी और सेवादार के सनसनीखेज डबल मर्डर का खुलासा कर दिया है। एसएसपी ने प्रेसवार्ता कर घटना का खुलासा करते हुए गिरफ्तार तीन अभियुक्तों के बारे में जानकारी दी। पुलिस ने दान पात्र से लूटे गए पैसे और अन्य सामान भी बरामद कर लिया है। अभियुक्तों में एक मंदिर में सेवादार रह चुका है। घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को डीआईजी ने पांच हजार और एसएसपी ने ढाई हजार रूपये का इनाम देने की घोषणा की है। डीजीपी उत्तराखंड ने भी पुलिस टीम को नकद इनाम की घोषणा की है।

थाना झनकईया क्षेत्र के सुरई वन रेंज में स्थित बाबा भारामल सिद्धपीठ जो कि स्थानीय एंवम उ०प्र० के सरहदी जनपद/नेपाल के सरहदी क्षेत्र के आस्था एंव अराधना का केन्द्र है के पुजारी और सेवादार की 04/05-01-2024 की मध्य रात्रि को अज्ञात बदमााशों ने हत्या कर दी थी। सिद्धपीठ के महन्त श्री हरिगिरी महाराज एंवम उनके सेवादार रुप सिह बिष्ट की नृशंष हत्या की इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। बदमाशों ने मुख्य सेवादार नन्हे को गम्भीर रुप से घायल कर दिया था। चूंकि उक्त घटनास्थल चारों ओर से किसी भी वाहन मार्ग से 07-08 किलोमीटर घने जंगल के भीतर का था तथा किसी भी प्रकार की मोबाईल कनेक्टीविटी न होने के कारण उक्त घटना की सूचना दिनांक 05/01/2024 को समय लगभग 11.00 बजे प्रातः प्राप्त हुयी। जिस पर तत्काल थाना पुलिस द्वारा उच्चाधिकारीगणो को सूचना से अवगत कराते हुये घटनास्थल की ओर रवाना हुये। तथा मृतक बाबा हरिगिरी के भाई श्री सुखपाल की तहरीर के आधार पर घटना के सम्बन्ध में मु०अ०स० 11/2024 धारा 302/307 भादवि0 बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजुनाथ टीसी ने स्वंय घटनास्थल पर आकर घटना के बारे में जानकारी की और तेजतर्तार पुलिस कर्मियों की पुलिस टीम गठित की। जनपद के 8 थानाध्यक्ष, एसओजी प्रभारी मय एसओजी टीम, एनटीएफ प्रभारी मय टीम के अलावा उप महानिरीक्षक कुमाऊ मण्डल के निर्देशन पर जनपद चम्पावत एवंम जनपद नैनीताल से भी तेजतर्रार पुलिसकर्मीयो की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची। एसएसपी के निर्देशन पर 15 टीमो का गठन करते हुये हर टीम को एक नियत कार्य सौंपा गया। आमजनमानस की भावनाओं के दृष्टिगत इस जघन्य दोहरे हत्याकाण्ड पर पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमांऊ मण्डल ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का निरीक्षण कर अनावरण हेतु लगी पुलिस टीमों को ब्रीफ किया गया।

पुलिस टीमों ने घटना का खुलासा करने के लिए करीब डेढ़ हजार सीसीटीवी कैमरों को खंगाला मुखिबर तंत्र को भी सक्रिय किया गया। इस दौरान पुलिस टीमों द्वारा लगभग 1200 लोगों से पूछताछ की गयी तथा आपराधिक पृष्ठभूमि के लगभग 1000 से ज्यादा पूर्व अपराधियों का सत्यापन एंवम पूछताछ की गयी। अज्ञात अभियुक्तगणो के आने एंवम जाने के सम्भावित मार्गों में लगे हुये सीसीटीवी कैमरो की जांच आदि कार्यवाही के दौरान स्थानीय तथा जनपद पीलीभीत बरेली के लगभग 1500 सीटीटीवी कैमरो की फुटेज को चौक किया गया।

इसी दौरान सर्विलांस टीम को कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के मोबाईल नम्बरो का घटना के दिन एंवम समय में घटनास्थल के आसपास संदिग्ध गतिविधी दिखायी दी। जिस पर तुरन्त उच्चाधिकारियों के निर्देशन में कार्यवाही करते हुये टीम द्वारा उक्त नम्बरो का सत्यापन किया गया। सत्यापन एंवम सुरागरसी पतारसी से अभियुक्तगण 01- कालीचरण उम्र 52 वर्ष लगभग, 02- पवन उम्र 34 वर्ष लगभग, 03- रामपाल उम्र लगभग 62 वर्ष निवासीगण पीलीभीत का उक्त घटना को कारित करना ज्ञात हुआ।

जिस पर तत्काल अलग-अलग पुलिस टीमो द्वारा उपरोक्त अभियुक्तगणो को दिनांक 27/01/2024 की रात्रि को गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्तगणो के कब्जे से बाबा भारामल से लूटे गये रुपये, इन्टरनेट डोगंल, बाबा हरिगिरी का बैग, शांल, एक आधार कार्ड, पहचान पत्र तथा नन्हे का एक पैन कार्ड, बाबा भारामल की पर्ची रसीद व घटना कारित करने में प्रयुक्त एक दरांती व एक टार्च बरामद हुआ।

अभियुक्तगणो से पूछताछ की गई तो बताया गया कि अभियुक्तगणो में से अभियुक्त रामपाल व कालीचरण आपस में सगे भाई है तथा कालीचरण पूर्व में लगभग पांच वर्षों तक बाबा भारामल सिद्धपीठ में सेवादार के रुप में रह चुका है तथा वहां के सभी आने व जाने के मार्गाे से भली भांति परिचित है। तथा वर्तमान में अभियुक्त रामपाल बरखेडा जिला पीलीभीत के शमशान घाट में औघङ बाबा के रुप में रह रहा है। अभियुक्त कालीचरण एंवम पवन मजदूरी का काम कर रहे है। कुछ समय पूर्व अभियुक्त कालीचरण बाबा भारामल में जाकर शराब पी रहा था तो मृतक बाबा हरिगिरी द्वारा इसको डांटकर वहां से भगा दिया था। इस बात की रंजिश इसने मन में बना ली। घटना से पूर्व दिनांक 25/12/2023 से हुये भण्डारे में कालीचरण एंवम पवन आये थे। भण्डारे में भीङ एवंम चङावे को देखकर इनके मन में लालच आ गया । उसी दौरान इन दोनांे ने बाबा भारामल में लूट की योजना बना ली। इस योजना के क्रियांवयन के लिये इन दोनो ने रामपाल को भी योजना में शामिल कर लिया। तत्पश्चात योजना के तहत उक्त तीनो अभियुक्तगण दिनांक 04/01/2024 को पीलीभीत से मैजिक वाहन द्वारा खटीमा पहुंचे तथा आटो से एंवम पैदल चलकर शाम के समय बाबा भारामल सिद्दपीठ पहुंचे।
रात में करीब 11 बजे तीनों ने लूट शुरू कर दी। इस दौरान बाबा हरिगिरी के जगने पर अभियुक्तों ने दरांती और डंडों से वार कर हत्या कर दी। इस दौरान सेवादार नन्हें वहां पहुंचा तो उस पर भी हमला कर दिया, उसे मरा समझ कर तीनों दान पात्र से पैसे निकालने लगे इसी दौरान सेवादार रूप बिष्ट वहां पहुंच गया उसने हल्ला मचाया तो उस पर भी हमला कर उसकी जान ले ली। घटना को अंजाम देने के बाद तीनों पीलीभीत लौट गए।

अभियुक्त कालीचरण की गिरफ्तारी व पूछताछ के बाद बाबा भारामल सिद्धपीठ जाने वाले मार्ग में माल बरामदगी के दौरान पुलिस अभिरक्षा से भागने का प्रयास किया, इस प्रयास में अभियुक्त हङबङी में गिरने के कारण पैर व हाथ में चोट आ गयी। जिसको नियमानुसार उपचार कराया गया। दौराने विवेचना अभियुक्तगणो द्वारा घटना को एक साथ मिलकर कारित करने, लूट की रकम व अन्य दस्तावेज व सामान अभियुक्तगणो से बरामद होने पर मुकदमे में धारा 34/120 (बी)/458/394/411 भादवि0 की बढ़ोतरी की गयी।



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