एयर फोर्स के समर्पित सेनानियों के परिवार की महिलाओं का दल पहुँचा पतंजलि योगपीठ




नवीन चौहान
हरि​द्वार। देश के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वाले एयर फोर्स के जवानों व अधिकारियों के परिवारों से लगभग 100 माताओं-बहनों का एक दल रविवार को पतंजलि योगपीठ पहुँचा और पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज से भेंट की। इस अवसर पर श्रद्धेय आचार्य जी महाराज ने कहा कि एयर फोर्स का देश की सुरक्षा में अहम योगदान है। सीमा के ये प्रहरी अपनी जान की बाजी लगाकर देश की हिफाजत करते हैं। देशप्रेम तथा सेवा का यही जज्बा इनके परिवारों के मन में भी रहता है। वे विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से राष्ट्रसेवा में संलग्न रहते हैं। उनके पतंजलि आने का प्रयोजन भी सेवा कार्यों में उनकी भागीदारी से सम्बंधित था।
भेंटवार्ता के दौरान दल का नेतृत्व कर रही एयर कमोडोर अजय शुक्ला की धर्मपत्नी डॉ0 मीता शुक्ला ने आचार्य जी से योग के क्षेत्र में अपनी सेवाएँ प्रदान करने की इच्छा जताई। उन्होंने निवेदन किया कि योग दिवस या अन्य अवसरों पर पतंजलि की ओर से एयर फोर्स सैनानियों हेतु योग शिविर संचालित किए जाएँ। साथ ही उन्होंने पतंजलि के नेतृत्व में योग के प्रचार-प्रसार व योग कक्षाओं के संचालन की इच्छा जताई। श्रद्धेय आचार्य जी ने एयर फोर्स सैनानियों हेतु विशेष शिविर आयोजित करने का आश्वासन दिया तथा उनके सम्पर्क सूत्र सुरक्षित करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि भविष्य में राष्ट्रसेवा हेतु उनकी सेवाओं का लाभ पतंजलि योगपीठ अवश्य लेगा।
पूज्य आचार्य जी ने सभी माताओं-बहनों को सुखी जीवन व आरोग्य हेतु योग व आयुर्वेद को आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने सभी आगन्तुकों को आयुर्वेद के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि ऋषियों की प्राचीन चिकित्सा पद्धति दुष्प्रभाव व अत्यंत लाभदायक है। उन्होंने बताया कि पतंजलि में आयुर्वेद पर गहन शोध किया जा रहा है जिसका लाभ पूरी मानव जाति को मिलेगा। उन्होंने सभी माताओं-बहनों को पतंजलि द्वारा आयुर्वेद के संरक्षण, संवर्धन तथा प्रचार-प्रसार हेतु संचालित गतिविधियों से अवगत कराया जिसमें प्राचीन पाण्डुलिपियों के संरक्षण व प्रकाशन से लेकर विश्वस्तरीय पतंजलि अनुसंधान संस्थान में संचालित औषधीय पौधों पर किए जा रहे अनुसंधान शामिल हैं। आचार्य जी ने कहा कि हम पतंजलि योगपीठ के विविध सेवा प्रकल्प के माध्यम से मानव सेवा से राष्ट्रसेवा की अवधारणा को स्थापित करने का, सुदृढ़ करने का, उसे आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।



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